मुंबई । फिल्में समाज का आइना हैं लेकिन उन्हें सेंसर बोर्ड नाम के ऐसे मापदंड से गुजरना पड़ता है जो ये तय करता है कि फिल्म किस तरह के दर्शक वर्ग के देखने लायक है. हर देश का अपना सेंसर बोर्ड होता है जो...