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Dusshera Foods : दशहरे पर ये चीजें खाना है शुभ, इस मिठाई के बिना अधूरा है राम का भोग, आइए जाने...
Dusshera Foods : दशहरे के साथ खाने-पीने के त्योहारों का मौसम शुरू हो चुका है। नवरात्र में 9 दिनों के व्रत के बाद हिंदू भगवान राम की जीत का पर्व मनाते हैं। भारत में हर त्योहार पर खान-पान का विशेष महत्व होता है। दशहरा भी पूरे देश में अलग-अलग तरह से मनाया जाता है। इस दिन अलग-अलग जगहों पर कुछ खास चीजें खाने का भी रिवाज है। भगवान राम अयोध्या यानी उत्तर प्रदेश में जन्मे थे। यूपी के लोगों के बीच इस दिन कुछ खास चीजें खाने का चलन है। जैसे मिठाई के साथ घरों में पान भी आता है। यहां जानें दशहरे पर किन चीजों को शुभता से जोड़कर खाया जाता है।
पान खाने की मान्यता- उत्तर प्रदेश में दशहरे के दिन पान खाना शुभ माना जाता है। रावण का पुतला जलने के बाद लोग एक-दूसरे को मिठाई और पान खिलाकर गले मिलते हैं। कुछ लोग हनुमान के चरणों में पान चढ़ाने के बाद इसे खाते हैं ताकि शुभता और जीत का आशीर्वाद मिल सके। पान को हिंदू धर्म में पूजा-पाठ और शुभ कामों में रखा जाता है। पान को विजय, मान और सम्मान का प्रतीक माना जाता है। यह प्यार का भी प्रतीक है। इस दिन राम ने सीताजी को वापस पाया। इस खुशी में लोग पान खिलाकर विजयोत्सव मनाते हैं। कुछ लोग यह भी मानते हैं कि मेघनाद और कुंभकर्ण ने राम की जीत का उत्सव पान खाकर मनाया था।
क्या है साइंस- वैज्ञानिक दृष्टि से देखें तो पान में कई तरह के ऐंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो मौसम बदलने से होने वाले संक्रमणों से हमारी रक्षा करते हैं। साथ ही कुछ लोग नवरात्र में 9 दिन व्रत रखते हैं तो उनका डाइजेशन ठीक रहे इसलिए भी पान का पत्ता खाया जाता है।
रसगुल्ला- छेने का रसगुल्ला भी दशहरे पर खाना शुभ माना जाता है। दरअसल यह बंगाली डिश है। दुर्गा पूजा बंगाल का बड़ा त्योहार है। इसके बाद वहां दशहरा भी धूमधाम से मनाया जाता है। वहां रसगुल्ले को शुभता लाने वाली मिठाई माना जाता है।
क्या है साइंस- छेना दूध से बना होता है। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम और पोटैशियम होते हैं। कुछ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि यह कोलेस्ट्रॉल को अवशोषित करता है तो दिल की सेहत के लिए भी अच्छा होता है। अगर आप डायटिंग पर हैं तो इससे चाशनी को निकालकर खा सकते हैं।
मीठा डोसा- कर्नाटक में दशहरे के दिन मीठा डोसा बनाया जाता है। यह गेहूं-चावल के आटे, गुड़, घी और इलायची पाुडर से बनता है। मीठे डोसे का भगवान को भोग लगाया जाता है।
दही-चीनी- हिंदू धर्म में दही को भी गुड-लक से जोड़ा जाता है। किसी शुभ काम के लिए जाने से पहले पुराने जमाने में दही-चीनी खिलाया जाता था। दशहरे पर कुछ जगहों पर भगवान राम को दही-चीनी का भोग लगाते हैं।
जलेबी फाफड़ा- माना जाता है कि भगवान राम को जलेबी बहुत पसंद थी। इसके बिना उनका भोग अधूरा होता है। मान्यता है कि रावण से जीतने के बाद राम ने जलेबी खाकर खुशी मनाई थी। गुजरात में जलेबी के साथ फाफड़ा भी खाते हैं। यह बेसन का बना होता है। माना जाता है व्रत के बाद कुछ बेसन की डिश खाना संपन्नता लाता है।