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CG Big Breaking: चीफ जस्टिस ने नाराजगी जताई, चीफ जस्टिस ने शनिवार को छुट्टी के दिन सुनवाई किये, बोले ACS भी रहे मौजूद, पढ़िए पूरी खबर
CG Big Breaking: Chhattisgarh High Court News बिलासपुर. सिम्स हॉस्पिटल की अव्यवस्था पर चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा की स्पेशल बेंच ने विजयादशमी के दिन फिर सुनवाई की. उन्होंने कहा कि सिम्स की स्थिति को देखकर पीड़ा होती है. बड़ी संख्या में लोग इलाज कराने के लिए आते हैं. कैसी स्थिति में वे रहते हैं. जो सक्षम हैं, वे तो प्राइवेट हॉस्पिटल जाते हैं. ऐसी अव्यवस्था पर चीफ जस्टिस ने नाराजगी जताई. उन्होंने तीन कोर्ट कमिश्नर की नियुक्ति की है, जो सिम्स की व्यवस्था देखेंगे. इसके अलावा एसीएस रेणु पिल्लई को मौके पर जाने कहा है. उनके अवकाश पर होने के कारण चिकित्सा शिक्षा सचिव पी. दयानंद को 26 व 27 अक्टूबर को सिम्स की जांच करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही, तकनीकी टीम के साथ सभी उपकरणों की जांच करने कहा है, जिससे यह पता चल सके कि जो मशीनें हैं, वे सही ढंग से काम कर रहे हैं या नहीं.
दरअसल, मीडिया में सिम्स की अव्यवस्था की खबरों पर स्वत: संज्ञान लेकर चीफ जस्टिस ने शनिवार को छुट्टी के दिन जिम्मेदारों को तलब किया. राज्य सरकार की ओर से महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा उपस्थित हुए. सिम्स से पूर्व अध्यक्ष डॉ. नीरज शेंडे कोर्ट पहुंचे थे. उनके स्वास्थ्य की स्थिति को देखकर चीफ जस्टिस को कहना पड़ा कि वे अनफिट नजर आ रहे हैं इसके बाद चीफ जस्टिस ने बिलासपुर कलेक्टर को सिम्स में विजिट कर 24 घंटे में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए थे. इन रिपोर्ट्स के साथ विजयादशमी के अवकाश के दिन महािधवक्ता सतीश चंद्र वर्मा और अतिरिक्त महाधिवक्ता चंद्रेश श्रीवास्तव पहुंचे.
चीफ जस्टिस ने कलेक्टर के दौरे के समय का वीडियो देखा. साथ ही, कलेक्टर की रिपोर्ट भी देखी. वीडियो और रिपोर्ट से वे सहमत नहीं हुए. उन्होंने कहा कि जो वीडियो में दिख रहा है, वैसी रिपोर्ट नहीं मिली हैइसके लिए उन्होंने एसीएस को िसम्स का विजिट करने के निर्देश दिए. हालांकि बाद में पता चला कि वे अवकाश पर हैं, तो उनके स्थान पर चिकित्सा शिक्षा सचिव को यह जिम्मेदारी दी गई है. साथ ही, सूर्या डांगी, संघर्ष पांडेय और अपूर्वा त्रिपाठी को कोर्ट कमिश्नर नियुक्त किया है. वे सिम्स जाएंगे और अपनी रिपोर्ट देंगे. चिकित्सा शिक्षा सचिव दयानंद को दो दिन रहकर पूरी व्यवस्था देखनी है. तकनीकी टीम के साथ सिम्स में उपलब्ध सभी मशीनों की जांच करने कहा है.