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G-20 Summit : भारत मंडपम पहुंचे शीर्ष नेताओं का PM मोदी ने किया स्वागत, जानिए कोणार्क चक्र के प्रदर्शन के मायने?

Sharda Kachhi
9 Sep 2023 6:05 AM GMT
G-20 Summit :
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G-20 Summit :

G-20 Summit : भारत में जी-20 शिखर सम्मेलन का आगाज हो गया है। सम्मलेन के लिए पीएम मोदी ने विदेशी नेताओं और अहम संगठनों के प्रमुखों का स्वागत किया। इस दौरान पीएम मोदी जहां इन शख्सियतों के साथ तस्वीर खिंचा रहे थे, वहां का बैकग्राउंड काफी खास रहा। दरअसल, फोटो में पीछे एक बडे़ …

G-20 Summit :
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G-20 Summit : भारत में जी-20 शिखर सम्मेलन का आगाज हो गया है। सम्मलेन के लिए पीएम मोदी ने विदेशी नेताओं और अहम संगठनों के प्रमुखों का स्वागत किया। इस दौरान पीएम मोदी जहां इन शख्सियतों के साथ तस्वीर खिंचा रहे थे, वहां का बैकग्राउंड काफी खास रहा। दरअसल, फोटो में पीछे एक बडे़ से पहिए को लगा देखा जा सकता है। बताया गया है कि यह ओडिशा का कोणार्क चक्र है, जिसके जी-20 समिट में प्रदर्शन के कई अहम मायने हैं।

क्या हैं कोणार्क चक्र के मायने?
G-20 Summit : कोणार्क चक्र को 13वीं सदी में राजा नरसिंहदेव-प्रथम के शासन में बनाया गया था। 24 तीलियों वाले इस चक्र को भारत के राष्ट्रीय झंडे में भी इस्तेमाल किया गया। विश्लेषकों के मुताबिक, यह चक्र भारत के प्राचीन ज्ञान, उन्नत सभ्यता और स्थापत्य उत्कृष्टता को दर्शाता है।

g20 summit guests reach bharat mandapam pm modi welcome world leaders see photos

G-20 Summit : इतना ही नहीं कोणार्क चक्र लगातार बढ़ते समय की गति, कालचक्र के साथ-साथ प्रगति और निरंतर परिवर्तन का प्रतीक है। यह लोकतंत्र के पहिये के एक शक्तिशाली प्रतीक के रूप में कार्य करता है, जो लोकतांत्रिक आदर्शों के लचीलेपन और समाज में प्रगति के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

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जी-20 में भारत की विविधता को दर्शाती प्रदर्शनी भी
G-20 Summit : केंद्रीय कपड़ा, संस्कृति, खादी इंडिया, जनजातीय मंत्रालय ने सभी राज्यों के साथ मिलकर भारत की विविधता को दर्शाता क्रॉफ्ट बाजार लगाया गया है। यहां सभी राज्य अपनी संस्कृति, कला, शिल्प को दुनिया के समक्ष ‘ एक जिला-एक उत्पाद ’ को प्रदर्शित कर रहे हैं। दर्शकों को कश्मीर की 15वीं शopen ताब्दी की चटकीले रंग वाली पेपर मेशे पेटिंग, चिनार की पत्तियों वाली कशीदाकारी, पंजाब की फुलकारी, हिमाचल प्रदेश का 16वीं शताब्दी का चंबा रूमाल, यूपी की नक्काशी, गुजराती काठियावाड़ कढ़ाई,पश्चिम बंगाल की कांथा वर्क, मणिपुर की कौना टोकरी, तमिलानाडु के चोल वंश की तंजावुर चित्रकला व कांजीवरम सिल्क साड़ी, गुजरात का लिप्पन आर्ट, बिहार की मधुबनी पेटिंग, मध्य प्रदेश व गुजरात की पेथोरा पेटिंग दिखेगी।

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