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Big News For Students : 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के पैटर्न में बड़ा बदलाव : अब साल में 2 बार होंगे एग्जाम, जिसमें ज्यादा नंबर आएंगे, उसे गिना जाएगा...

Sharda Kachhi
24 Aug 2023 6:55 AM GMT
Big News For Students : 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के पैटर्न में बड़ा बदलाव : अब साल में 2 बार होंगे एग्जाम, जिसमें ज्यादा नंबर आएंगे, उसे गिना जाएगा...
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Big News For Students

Big News For Students : 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के पैटर्न में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने बताया कि साल में एक बार होने वाली बोर्ड परीक्षाएं अब दो बार होंगी। दोनों एग्जाम में से जिसमें स्टूडेंट के ज्यादा नंबर आएंगे, उसे गिना जाएगा। यह …

Big News For Students

Big News For Students : 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के पैटर्न में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने बताया कि साल में एक बार होने वाली बोर्ड परीक्षाएं अब दो बार होंगी। दोनों एग्जाम में से जिसमें स्टूडेंट के ज्यादा नंबर आएंगे, उसे गिना जाएगा।

यह फैसला बुधवार को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर हुई बैठक में लिया गया। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के मुताबिक, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के तहत बोर्ड परीक्षाओं का नया ढांचा तैयार हो गया है। 2024 के शिक्षा सत्र में किताबें भी इसी के हिसाब से तैयार होंगी।

इस नए पैटर्न का मकसद है कि बच्चों का फोकस विषयों पर बना रहे। माना जा रहा है कि जल्द राज्यों के बोर्ड इस बारे में निर्देश जारी कर सकते हैं। फिलहाल नई शिक्षा नीति में 2 बार बोर्ड परीक्षाएं कराने की सिफारिश जोड़कर केंद्र को भेज दी गई है। उधर, तमिलनाडु और केरल की सरकारों ने पहले ही नई राष्ट्रीय नीति को लागू करने से मना कर दिया है। कर्नाटक भी इसी दिशा में आगे बढ़ रहा है।

11वीं-12वीं के स्टूडेंट्स को पढ़नी होंगी दो भाषाएं
अब 11वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स को दो भाषाएं पढ़नी होंगी। इनमें से एक भारतीय भाषा होनी चाहिए। हालांकि, स्टूडेंट्स को सब्जेक्ट चुनने की छूट होगी। उन पर चुनी गई स्ट्रीम के आधार पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा।

किताबों का सिलेबस कम होगा, कीमतें भी घटेंगी
शिक्षा मंत्रालय ने बताया कि ऐकेडमिक सेशन 2024 के लिए किताबों में भी बदलाव किया जा रहा है। किताबों में अब भारी-भरकम सिलेबस भी नहीं रखा जाएगा। किताबों की कीमतें भी कम की जाएंगी। नया सिलेबस न्यू एजुकेशन पॉलिसी-2020 को ध्यान में रखकर तैयार किया जाएगा।

स्कूल बोर्ड कोर्स पूरा होने पर ऑन डिमांड एग्जाम कराने की मांग कर सकेंगे। इन बदलावों के पीछे का उद्देश्य स्टूडेंट्स को महीनों तक बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी करने के मुकाबले उनकी समझ और उपलब्धि का आकलन करना है।

अब पढ़िए दो बार एग्जाम क्यों?

दो बार बोर्ड परीक्षाओं को लेकर कुछ तर्क भी दिए गए हैं। इसके मुताबिक इससे बच्चे अपनी तैयारियों का मूल्यांकन खुद कर सकेंगे।उन्हें एक ही सब्जेक्ट या उससे जुड़े तथ्यों को सालभर याद रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसलिए नई किताबें भी तैयार कराई जा रही हैं।इससे महीनों तक कोचिंग लेने या याद रखने के बजाय समझ और योग्यता का मूल्यांकन करने की दक्षता बढ़ेगी। विषयों की गहरी समझ और उसका व्यवहारिक कौशल सशक्त होगा।कला-विज्ञान के अलावा भी नए विषय चुन सकेंगे बच्चों को आर्ट, साइंस या कॉर्मस के अलावा नए विषय चुनने का मौका मिलेगा। नए विषय भविष्य की जरूरतों के अनुसार होंगे। स्कूल बोर्डों को ऑन डिमांड परीक्षा कराने की क्षमता विकसित करनी होगी।

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