Love Story Of Sachin And Seema : सीमा हैदर ने किया महादेव का जलाभिषेक, बोली- सचिन के साथ सुनना चाहती है धीरेन्द्र शास्त्री की कथा...
जैसा कि हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि गौतमबुद्धनगर जिले के रबूपुरा कस्बे में इन दिनों ‘गदर फिल्म का पार्ट 3’ चल रहा है। इस मामले ने बड़े पैमाने पर सुर्खियां बटोरी हैं। अब नई खबर यह है कि गदर पार्ट-3 की हीराईन सीमा हैदर उर्फ सीमा मीणा अब बाबा बागेश्वर धाम के …
जैसा कि हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि गौतमबुद्धनगर जिले के रबूपुरा कस्बे में इन दिनों ‘गदर फिल्म का पार्ट 3’ चल रहा है। इस मामले ने बड़े पैमाने पर सुर्खियां बटोरी हैं। अब नई खबर यह है कि गदर पार्ट-3 की हीराईन सीमा हैदर उर्फ सीमा मीणा अब बाबा बागेश्वर धाम के दर्शन करना चाहती है। पुलिस अभी उन्हें अपने घर के बाहर कहीं भी पूजा करने, गंगा स्नान करने या बाबा बागेश्वर के दर्शन करने की अनुमति नहीं दे रही है। वहीं सावन के प्रथम सोमवार की सुबह उठकर सीमा ने भगवान शिव का जलाभिषेक किया। इसके बाद घरेलू कार्यों में जुट पाती तब तक घर पर मीडिया व अन्य मिलने वालों का जमावड़ा लग गया।
रबूपुरा में सचिन मीणा के घर के बाहर पीपली लाइव जैसा नजारा रहा। सीमा-सचिन से बात करने के लिए बड़ी संख्या में लोग आए थे। लोगों को उनसे बात करने के लिए घंटों तक इंतजार करना पड़ा। वहीं मीडिया से बातचीत में सीमा ने बताया कि विधिवत पूजा अर्चना करने से उन्हें सुकून मिल रहा है। सीमा ने बताया कि अभी गंगा स्नान या घर से बाहर पूजा करने की प्रशासनिक अनुमति नहीं दी जा रही है। अनुमति मिलने पर बाहर मंदिर जाकर पूजन करेंगी।
भीड़-भाड़ से परेशान हो रहे परिजन-
जेल से रिहाई के बाद सचिन और सीमा के घर बड़ी संख्या में लोगों का पहुंचना शुरू हो गया। उसके घर के बाहर रोजाना मीडियाकर्मियों, यूट्यूबर और स्थानीय लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही है। आलम यह है कि बीते तीन दिन से सुबह से शाम तक परिजनों का खाना-पीना भी मुश्किल हो रहा है। इससे वह परेशान होने लगे हैं। वहीं सोमवार सुबह से ही बात करते करते शाम तक सीमा की तबीयत भी कुछ खराब हो गई थी।
पाकिस्तान से नेपाल के रास्ते भारत कैसे आ गई सीमा?-
उधर, पबजी पार्टनर सचिन मीणा के प्यार में चार बच्चों को लेकर पाकिस्तान से ग्रेटर नोएडा पहुंची सीमा हैदर चर्चा में है लेकिन इस पर कई संवेदनशील सवाल खड़े भी हो रहे हैं। सबसे पहली बात यह कि आखिर वह चार बच्चों के साथ पाकिस्तान से नेपाल के रास्ते भारत कैसे आ गई। यह अकेली महिला सरहद पार करने करने की हिम्मत जुटा सकती है या इसके पीछे कोई अन्य ताकत है। जिसकी तलाश करने के बजाय पुलिस और एजेंसियां केवल मोहब्बत की इंतहा मान रही है। इस मामले में प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) विक्रम सिंह ने भी सवाल खड़े किए हैं।
केंद्रीय एजेंसियां और अच्छी तरह से करे मामले की छानबीन-प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक-
विक्रम सिंह का कहना है कि यह मामला हनी ट्रैप कर जासूसी का लग रहा है। महिला का नारको टेस्ट कराया जाना चाहिए। इस तरह तो कोई पाकिस्तानी एजेंट प्यार-मोहब्बत के नाम पर देश में घुसकर जासूसी कर सकता है और यहां के लोग मोहब्बत मानकर उस पर विश्वास कर लें।
यह इतना आसान नहीं है कि कोई सरहद पार कर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आ जाए। इस पर केंद्रीय एजेंसियों को और भी अच्छी तरह से जांच करनी चाहिए। मामले में कई ऐसे सवाल खड़े हो रहे हैं जिनका जवाब अब तक स्पष्ट तरीके से नहीं मिला।
पहला यह कि कोई महिला कैसे इतनी आसानी से पाकिस्तान से नेपाल के रास्ते भारत आ सकती है। इसके बाद यह कि जांच एजेंसियों ने इतनी आसानी से पबजी मोहब्बत के नाम पर कैसे छोड़ दिया। एक और भी सवाल खड़ा हो रहा है कि जेल जाने के बाद पुलिस ने रिमांड पर लेने की याचिका क्यों नहीं दायर की। इससे लग रहा है कि स्थानीय पुलिस से अनौपचारिक रूप से क्लीन चिट मिल गई है।
नेपाल के रास्ते पाकिस्तान से भारत आ गई थी सीमा-
आपको बता दें कि पाकिस्तान के कराची निवासी सीमा हैदर और रबूपुरा के सचिन मीणा के बीच पबजी गेम खेलने के दौरान जान-पहचान हुई थी। वीडियो कॉलिंग के जरिये नजदीकियां बढ़ने के बाद सीमा 13 मई नेपाल के रास्ते पाकिस्तान से भारत आ गई थी। चार बच्चों संग रबूपुरा पहुंची सीमा आंबेडकर नगर में किराये पर मकान लेकर सचिन के साथ रहने लगी। मामले की भनक पुलिस को लगते ही सीमा चार बच्चों और सचिन के साथ फरार हो गई। पुलिस टीम ने सभी को हरियाणा के बल्लभगढ़ से पकड़ा था।
सचिन, उसके पिता नेत्रपाल और सीमा को गिरफ्तार कर बीते मंगलवार को न्यायालय में पेश किया था। न्यायालय के आदेश पर तीनों को जेल भेजा गया था। न्यायालय ने बच्चों की आयु कम होने के कारण उनकी मां सीमा के साथ जेल भेजा था। सीमा हैदर और सचिन की जमानत याचिका पर सुनवाई कर वकील उनके प्यार, चार बच्चों और सीमा की सुरक्षा का हवाला दिया। इसके बाद न्यायालय ने दोनों को जमानत दे दी थी।