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Odisha Train Accident Update : रेल दुर्घटना के कारण रद्द की गई 100 से अधिक ट्रेने, 41 से अधिक ट्रेनों का बदला गया मार्ग, देखें लिस्ट...
बालासोर : ओडिशा में बालासोर जिले में कल शाम हुई रेल दुर्घटना के कारण 58 से अधिक ट्रेनों को पूरी तरह से और 10 को आंशिक रूप से रद्द किया गया है जबकि 41 ट्रेनों का मार्ग बदला गया है। दक्षिण पूर्व रेलवे की एक विज्ञप्ति के अनुसार खडगपुर भुवनेश्वर खंड पर चलने वाली 58 …
बालासोर : ओडिशा में बालासोर जिले में कल शाम हुई रेल दुर्घटना के कारण 58 से अधिक ट्रेनों को पूरी तरह से और 10 को आंशिक रूप से रद्द किया गया है जबकि 41 ट्रेनों का मार्ग बदला गया है।
दक्षिण पूर्व रेलवे की एक विज्ञप्ति के अनुसार खडगपुर भुवनेश्वर खंड पर चलने वाली 58 गाड़ियों को निरस्त कर दिया गया है जबकि दस गाड़ियों को आंशिक रूप से रद्द किया गया है। 41 गाड़ियों काे परिवर्तित मार्ग से चलाया जा रहा है जबकि एक गाड़ी को परिवर्तित समय पर चलाने का निर्णय लिया गया है।
ट्रेन सं. 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस और ट्रेन सं. 12864 सर एम विश्वेश्वरैया बेंगलुरु सिटी-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस दो जून को बहनागा बाजार रेलवे स्टेशन के पास लगभग 18.55 बजे पटरी से उतरने के कारण खडगपुर भुवनेश्वर खंड पर रेल यातायात पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया है। रेलवे के इंजीनियर मार्ग को साफ करके यातायात बहाल करने के प्रयासों में जुटे हुए हैं।
रेलवे के सूत्रों के अनुसार यह सदी की सबसे बड़ी रेल दुर्घटना मानी जा सकती है जिसमें मृतकों की संख्या 244 से कहीं अधिक हो सकती है। ओडिशा सरकार के अनुसार दुर्घटना में घायल 900 से अधिक लोगों का विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, गृह मंत्री अमित शाह सहित अनेक नेताओं ने इस दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन दुर्घटना के हताहतों के राहत एवं बचाव अभियान में सहयोग कर रहे हैं।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव आज सुबह दुर्घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने भी राहत एवं बचाव अभियान पर ध्यान फोकस करने का निर्देश दिया है। रेल संरक्षा आयुक्त (दक्षिण पूर्व सर्किल) ए. एम. चौधरी को दुर्घटना की जांच का जिम्मा सौंपा गया है। हालांकि आरंभिक संकेतों के अनुसार इस दुर्घटना के पीछे मानवीय चूक भी हो सकती है।