CG Crime : ऑनलाइन ठगी के मामले में महिला सहित 5 गिरफ्तार, फर्जी डिलीवरी दिखा कर महंगे सामानों को कर देते थे गायब…
दुर्ग। CG Crime अपने ही परिचित लोगों के मोबाईल नंबर से धोखाधड़ी कर आरोपियों ने बड़ी मात्रा में सामानों को ऑनलाईन आर्डर कर एक ही रात में फर्जी तरीके से कैश ऑन डिलीवरी शो कर लगभग 46 लाख की ठगी कर दी। मामले की जानकारी लगते ही दुर्ग पुलिस ने 24 घंटे के भीतर 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि तीन आरोपी अब भी फरार है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है। सभी आरोपियों ने जालसाजी करने के लिए एक महीने पहले से पूरी तैयारी की। उनके इस अपराध में कवर्धा के मिशो का रीसेलर भी आरोपी है जो कि फरार है, पुलिस उसे जल्द गिरफ्तार करेगी।
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बता दें कि दुर्ग जिले के थाना धमधा क्षेत्र के फ्लिपकार्ट टीम लीडर अमर मंडल ने अपने एक पुराने दोस्त अरविन्द के साथ मिलकर एक महीना पहले ही फ्लिपकार्ट हब स्थापित किया। दोनों पहले कंपनी के साथ डिलीवरी ब्वॉय का काम कर चुके थे, जिससे माल के आर्डर से डिलीवरी और इनके बीच होने वाली सभी प्रक्रियाओं की जानकारी इन्हें थी। धमधा में हब स्थापना बाद अपने पुराने परिचित मिशो कवर्धा ब्रांच ऑनर दीपक साहू और मनीष दास से मिले और एक योजना बनाए कि धमधा क्षेत्र के विभिन्न लोगों के पतों पर महंगे-महंगे सामान ऑनलाईन आर्डर करेंगे बाद में सभी सामान जब
धमधा हब में आ जाएगा तो माल लेकर किसी सुरक्षित स्थान पर छिपा देंगे। आरोपियों ने सभी सामानों की फर्जी ऑनलाईन डिलीवरी शो कर लगभग 46 लाख का सामान निकाल लिया। योजना अनुसार आरोपी अमर मंडल, अरविन्द वर्मा, दीपक साहू, मनीष दास मिलकर अपने एवं अपने अन्य परिचितों के माध्यम से विभिन्न मोबाईल नंबरों का उपयोग कर विभिन्न पतों पर ऑनलाईन सामान सहुलियत के अनुसार एक ही स्थान धमधा हब में ही आर्डर किये। सभी सामान के आर्डर आने पर दीपक साहू अर्टिका कार से सामान लेकर राजनांदगांव की ओर जा रहा था। तभी अरविन्द की पूर्व परीचित लड़की मोनिका मौर्य से उसने एक मकान मुहैया कराने बोला।
बेलगांव में एक कमरा उन आरोपियों को मोनिका द्वारा मुहैया कराया गया। मोनिका को भी वे अपने साथ हिस्सेदारी में रखे और उसे उन्हीं सामानों में से अरविन्द द्वारा कुछ सामान मोबाईल, लेपटाप दिया गया। बेलगांव में ही आरोपियों ने मिलकर पूर्व में मंडल के साथ काम किये आर वेंकटेश उर्फ राहुल निवासी सेक्टर-2 के बने फ्लिपकार्ट एकाउंट का उपयोग किया। इन सामानों को विभिन्न दुकानों में बेचने महिला आरोपी को वहीं बेलगांव में छोड़ वापस दुर्ग आए। कवर्धा के मिशो के ऑनर दीपक साहू और उसके साथी मनीष दास, अमर और अरविन्द से अलग हो गए तथा दीपक साहू अपनी कार आर्टिका से मनीष दास के साथ कवर्धा आ गया।
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बाद अमर और अरविन्द भिलाई निवासी अपने एक अन्य दोस्त लोकेश को साथ लिया और पूरी योजना के बारे में बताकर सामानों को विभिन्न दुकानों में खपाने की बात की, जिसमें उसकी भी हिस्सेदारी तय की। लोकेश भी योजना में शामिल हो गया और सभी गाड़ियां बदल-बदलकर एक जगह से दूसरे जगह जाने लगे। अमर मंडल एवं नेहरू नगर निवासी अंकित का विगत लगभग आठ वर्षाे से ऑनलाईन मोबाईल का फर्जी तरीके से लेनदेन करने का गोरख धंधा चल रहा था। अमर मंडल द्वारा ठगी के सामानों में से आठ नग महंगे मोबाईल अंकित को देकर उसे विभिन्न मोबाईल दुकानों एवं ग्राहकों को दिया गया। जब घटना की सूचना फ्लिपकार्ट कोरियर कंपनी वेंडर पवन यादव को मिली तो उसने थाना धमधा में रिपोर्ट दर्ज कराया।
जिससे पुलिस टीम ने अलग-अलग स्थानों पर दबिश दी और जीपीएस ट्रेकर के माध्यम से लोकेट कर पकड़ा। उसके साथी अमर और सिनोधा निवासी विकास के घर जाकर मोबाईल जब्त किया गया। खरोरा में ही सबूत छिपाने अरविन्द ने फ्लिपकार्ट की सफेद बोरियों का रैपर निकाल जला कर नष्ट कर दिया। एक नई गाड़ी अर्टिका कार किराया कर दो बैग में मोबाईल लेकर आरंग की तरफ भाग गया। इस प्रकार मामले में संलिप्त पांच आरोपियों को हिरासत में लिया गया जिनमें एक महिला आरोपी भी शामिल थी। पूरी कार्यवाही में अब तक लगभग 95 फीसदी माल बरामद किया जा चुका है। आरोपी दीपक साहू, मनीष कुमार दास, मोनिका मौर्य, विकास, अंकित को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
