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BIG NEWS : मां-बाप की मौत के बाद पिछले एक साल से घर में कैद थी दो बहनें, पुलिस ने किया रेस्क्यू, हालत देख सभी चौके, देखे वीडियों...
पानीपत : शहर की काइस्तान मोहल्ला में पिछले एक साल से दो बहनों के एक घर में बंद होने का मामला सामने आया है। दोनों बहनों को घर में बंद देख पड़ोसियों ने आज इसकी सूचना पुलिस कंट्रोल रूम नंबर डायल 112 पर दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। महिला पुलिस भी साथ …
पानीपत : शहर की काइस्तान मोहल्ला में पिछले एक साल से दो बहनों के एक घर में बंद होने का मामला सामने आया है। दोनों बहनों को घर में बंद देख पड़ोसियों ने आज इसकी सूचना पुलिस कंट्रोल रूम नंबर डायल 112 पर दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। महिला पुलिस भी साथ में है। पुलिस, समाजसेवियों, स्थानीय पड़ोसियों की मदद से युवतियों से गेट खुलवाने का प्रयास कर रही है। मगर युवती गेट नहीं खोल रही। खिड़की से बाहर काफी बदबू आ रही है। इतना ही नहीं कमरे के भीतर अंधेरा भी है।
मकान पर कब्जे के डर से खुद को कैद किया-
स्थानीय लोगों ने कहा कि माता-पिता की मौत के बाद दोनों बहनों को डर था कि कहीं उनके रिश्तेदार मकान पर कब्जा न कर लें. इसी डर को लेकर दोनों बहनों ने खुद को घर में कैद कर लिया था.
एमए क्वालिफाइड हैं दोनों बहनें-
बताया जा रहा है कि लड़कियों का परिवार शिक्षित था. दोनों बहनें एमए पढ़ी हैं. सालभर पहले दोनों प्राइवेट जॉब भी करती थीं. पुलिस टीम ने जब दोनों को रेस्क्यू किया तो इसके बाद दोनों ताले की चाबी इस डर से मांग रही थीं कि कहीं घर पर कोई कब्जा न कर ले. रेस्क्यू के बाद छोटी बहन चिल्लाकर कह रही थी कि घर पर ताला लगा दो. ताला लगाने के बाद जब उसे चाबी दी गई, वह तब शांत हुई.
बड़ी बहन की रीढ़ की हड्डी टूटी मिली-
रेस्क्यू की गई बड़ी बहन सोनिया की रीढ़ की हड्डी टूटी थी, जिसकी वजह से वह बिस्तर पर पड़ी रहती थी. घर में गंदगी की वजह से बदबू फैली तो पड़ोसियों को शक हुआ. इसके बाद उन्होंने सूचना पुलिस व समाजसेवी संस्थाओं को दी. रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची तो छत के रास्ते अंदर पहुंची. घर में बेदह गंदगी फैली हुई थी.
खिड़की से ही लेती थी खाने पीने की चीजें-
स्थानीय लोगों का कहना है कि दोनों में से छोटी बहन खिड़की पर आकर गली से गुजरने वालों को पैसे देकर दुकान से सामान मंगाती थी. उसके बाद खिड़की बंद कर लेती थी.
दरवाजा खोलने के लिए एक घंटे की मशक्कत-
पुलिस जब मौके पर पहुंची तो लड़कियों ने दरवाजा नहीं खोला. इसी दौरान पुलिस और सामाजिक संस्था के लोग खिड़की से लड़कियों से बातचीत करने की कोशिश करते रहे, लेकिन दोनों ने बात नहीं की.
पड़ोसी ने पुलिस को दी सूचना-
पड़ोस में रहने वाली सुनीता वर्मा ने बताया कि जब उन्हें शक हुआ तो उन्होंने अपने पति को बताया कि पड़ोस के मकान में दो बहनें दयनीय स्थिति में हैं. हमें उनकी मदद करनी चाहिए. सुनीता के पति मनमोहन वर्मा ने सिटी थाना पुलिस को इस बारे में सूचना दी. सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और सामाजिक संस्था जन सेवा दल को भी बुलाया गया. करीब 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद छत के रास्ते संस्था के सदस्य मकान में पहुंचे और दोनों बहनों को रेस्क्यू किया गया.
इलाज के लिए अस्पताल में कराया भर्ती-
रेस्क्यू की गई दोनों बहनें सोनिया और चांदनी का सरकारी अस्पताल में मेडिकल के बाद उन्हें भर्ती कराया गया. दोनों की स्थिति काफी खराब थी. वे कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं थीं. सिटी थाना प्रभारी जाकिर हुसैन ने कहा कि लड़कियों के पड़ोसियों से मामले की सूचना मिली थी. सूचना के बाद मौके पर पहुंचे और सामाजिक संस्थाओं की मदद से दोनों लड़कियों को रेस्क्यू कर अस्पताल में भर्ती करा दिया है. दोनों की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है.