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Ola : अपने ग्राहकों को 130 करोड़ रुपये वापस करेगी OLA, सामने आई ये बड़ी वजह...

Sharda Kachhi
4 May 2023 7:20 AM GMT
Ola Company
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दिल्ली। ओला स्कूटर के मालिकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली टू-व्हीलर कंपनी ओला ने कहा है कि वह अपने कस्टमर्स को करीब 130 करोड़ रुपए रिफंड देगी। कंपनी रिफंड के रूप में कस्टमर को चार्जर के पैसे यानी 9 से 19 हजार रुपए वापस करेगी। इसका कारण यह है कि …

Ola Companyदिल्ली। ओला स्कूटर के मालिकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली टू-व्हीलर कंपनी ओला ने कहा है कि वह अपने कस्टमर्स को करीब 130 करोड़ रुपए रिफंड देगी। कंपनी रिफंड के रूप में कस्टमर को चार्जर के पैसे यानी 9 से 19 हजार रुपए वापस करेगी। इसका कारण यह है कि कंपनी ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने वाले ग्राहकों को चार्जर को अतिरिक्त रूप से बेचती है और सरकार इस बात की जांच कर रही थी. भारी उद्योग मंत्रालय द्वारा इस बात की जांच की जा रही थी कि ओला ग्राहकों को अतिरिक्त चार्ज करती है. अब ओला इलेक्ट्रिक ने एआरएआई को पत्र लिखकर इस बात की जानकारी दी है कि वह ग्राहकों को पैसे वापस करने वाली है, जिन्होंने चार्जर एक्सेसरीज के रूप में खरीदा.

3 और कंपनियां जांच के दायरे में
CNBC की रिपोर्ट के अनुसार मिनिस्ट्री ऑफ हैवी इंडस्ट्रीज (MOHI) ने इलेक्ट्रिक स्कूटरों की कीमत ज्यादा रखने को लेकर जांच शुरू की थी। सरकार की जांच और सब्सिडी रोकने के बारे में पूछे जाने पर ओला इलेक्ट्रिक के फाउंडर और CEO भाविश अग्रवाल ने हाल ही में CNBC-TV18 को बताया था कि सरकार जो भी करने के लिए कहेगी, कंपनी करेगी. इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि ओला इलेक्ट्रिक सभी मुद्दों को सुलझाने के लिए सरकार से बात कर रही है. जांच के जवाब में ओला ने सरकार से कहा है कि वह चार्जर की कीमत के लिए रिफंड देने को तैयार है। जांच के दायरे में ओला इलेक्ट्रिक के अलावा हीरो मोटोकॉर्प, TVS मोटर कंपनी और एथर एनर्जी भी हैं।

क्या है पूरा मामला
​एक व्हिसिल​ ब्लोअर की शिकायत के बाद भारी उद्योग मंत्रालय द्वारा हीरो मोटोकॉर्प, टीवीएस मोटर कंपनी, एथर एनर्जी और ओला इलेक्ट्रिक की जांच की जा रही है. इन कंपनियों पर आरोप है कि इन्होंने सब्सिडी का दावा करने के लिए जानबूझकर अपने स्कूटर्स की कीमतों को कम रखा है. कंपनियों पर आरोप है कि उन्होंने सब्सिडी का फायदा उठाने के लिए वाहनों की कीमत को कम तो रखा लेकिन चार्जर और सॉफ्टवेयर के नाम पर ग्राहकों से अलग से पैसे वसूल लेते हैं।

आपकों बता दें कि FAME स्कीम के तहत केवल उन इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर के लिए सब्सिडी का दावा किया जा सकता है जिनकी कीमत 1.50 लाख रुपये से कम है. कंपनियों ने पहले दावा किया था कि अतिरिक्त लागत अतिरिक्त सॉफ्टवेयर फीचर्स और ऑफ बोर्ड चार्जर के लिए थी।

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