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Good News : 29 साल बाद पुलिस कस्टडी से रिहा हुए भगवान हनुमान,जानें कैसी मिली जमानत...

Sharda Kachhi
30 March 2023 5:43 AM GMT
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आरा : बिहार के आरा के भोजपुर के बड़हरा प्रखंड स्थित कृष्णगढ़ थाने के मालखाने में पिछले 29 सालों से बंद भगवान हनुमान और रामानुज स्वामी को मुक्ति मिल गई. अष्टधातु से बनी मूर्तियों को आरा कोर्ट के आदेश के बाद मंगलवार को रिहा कर दिया गया जिसके बाद स्थानीय लोग खुशी से झूम उठे. …

Good Newsआरा : बिहार के आरा के भोजपुर के बड़हरा प्रखंड स्थित कृष्णगढ़ थाने के मालखाने में पिछले 29 सालों से बंद भगवान हनुमान और रामानुज स्वामी को मुक्ति मिल गई. अष्टधातु से बनी मूर्तियों को आरा कोर्ट के आदेश के बाद मंगलवार को रिहा कर दिया गया जिसके बाद स्थानीय लोग खुशी से झूम उठे. इस दौरान पूरे थाना परिसर में लोग मालखाने से निकले हनुमान जी और रामानुज स्वामी की मूर्तियों के दर्शन को उमड़ पड़े और फिर वहीं शुरू हो गया पूजन

भगवान की मूर्ति को रिलीज कराने में बिहार धार्मिक न्यास बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष आचार्य किशोर कुणाल और आरा सिविल कोर्ट के अधिवक्ता अजीत कुमार दुबे के साथ-साथ ग्रामीणों सालों का प्रयास आखिरकार रंग लाया.

29 साल पहले चुराई गई थीं मूर्तियां, कुएं में मिलीं.

दरअसल, करीब 29 साल पहले 29 मई 1994 को बड़हरा प्रखंड अंतर्गत गुंड़ी गांव स्थित श्रीरंगनाथ भगवान मंदिर में स्थापित अष्ट धातु के बनी भगवान हनुमान और संत बरबर स्वामी की मूर्ति को अज्ञात चोरों ने चोरी कर ली गई थी.

तत्कालीन मंदिर के पुजारी जनेश्वर द्विवेदी ने कृष्णागढ़ ओपी थाने में मूर्ति चोरी का आरोप लगाते हुए अज्ञात चोरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. पुलिस ने 25 मई 1996 को नगर थाना क्षेत्र के भलुही पुर गौसगंज बाधार के चोंचाबाग स्थित कुएं से दोनों मूर्तियों को बरामद कर लिया था और थाने ले आई थी.

27 साल बाद हुआ फैसला

27 साल से मूर्तियां थाने के मालखाने में रखी हुई थीं. लंबी कानूनी प्रक्रिया के बाद कोर्ट में यह केस डिस्पोजल हो गया और थाने के मालखाने में कैद दोनों मूर्तियों को आखिरकार कोर्ट के रिलीज ऑर्डर के बाद रिहा कर दिया गया.

सालों का सपना हुआ पूरा

जैसे ही कोर्ट से रिलीज ऑर्डर आया पूर्वी गुंडी पंचायत के ‌मुखिया कृष्णा कुमार सिंह और उनके गांव के लोगों पर खुशी की लहर दौड़ गई. मालखाने से मूर्तियां बाहर आने के बाद उनकी पूजा की गई और दर्जनों लोगों ने मूर्तियों की शोभायात्रा निकाली.

मुखिया कृष्णा कुमार सिंह ने कहा कि यह ऐतिहासिक दिन है. जहां एक और राम नवमी का पर्व चल रहा है वही वर्षों बाद मंदिर से चोरी के हुई मूर्तियां मालखाने से बाहर लगा गईं.

कृष्णागढ़ ओपी थाना इंचार्ज ब्रजेश सिंह ने कहा कि काफी खुशी की बात है कि भगवान को मालखाने से बाहर निकाल मंदिर में स्थापित किया जा रहा है, जहां अब भगवान का दर्शन भक्त सीधा करेंगे और उनकी पूजा-अर्चना भी होगी

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