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Chhattisgarh

CM Bhupesh On Union Budget : CM भूपेश बघेल ने केंद्रीय बजट को बताया निर्मम, कहा - बजट में युवाओं, किसानों, महिलाओं और आम आदमी के लिए कुछ नहीं, बस चुनवा को देखकर बनाया गया    

viplav
1 Feb 2023 4:11 PM GMT
CM Bhupesh On Union Budget
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रायपुर। CM Bhupesh On Union Budget : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को आए केंद्रीय बजट को निर्मम बजट बताया है। उन्होंने कहा, इस बजट में युवाओं, किसानों, महिलाओं और आम आदमी के लिए कुछ भी नहीं है। एक चीज चौंकाने वाली है वह रेलवे के लिए आवंटित 2 लाख 35 हजार …

रायपुर। CM Bhupesh On Union Budget : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को आए केंद्रीय बजट को निर्मम बजट बताया है। उन्होंने कहा, इस बजट में युवाओं, किसानों, महिलाओं और आम आदमी के लिए कुछ भी नहीं है। एक चीज चौंकाने वाली है वह रेलवे के लिए आवंटित 2 लाख 35 हजार करोड़ रुपए। केंद्र सरकार की सोच कहीं यह तो नहीं कि रेलवे को चकाचक कर निजी हाथों में बेच दिया जाए।

CM Bhupesh On Union Budget : बजट पर बात करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, यह निर्मला जी का निर्मम बजट कहा जा सकता है। न इसमें युवाओं के लिए कोई सुविधा है, न किसानों की आय दोगुना करने की बात है, न महिलाओं के लिए है और न ही ट्राइब्स के लिए है। न शेड्यूल ट्राइब्स के लिए कुछ है। कहा जाए तो यह बजट केवल चुनाव को देखकर बनाया गया है।

CM Bhupesh On Union Budget : इसमें किसी को कोई सहूलियत नहीं दी गई है। एक चीज चौंकाने वाला है। रेलवे के लिए दो लाख 35 हजार करोड़ रुपए बजट में रखा गया है। क्या यह कर्मचारियों के लिए है? नई भर्ती के लिए है ? ऐसा तो नहीं है कि जैसे एयरपोर्ट को बेचने से पहले सैकड़ो-हजारों करोड़ रूपए उसके नवीनीकरण में लगाया और फिर निजी हाथों में बेच दिया।

CM Bhupesh On Union Budget : इसी प्रकार की सोच तो नहीं है कि केंद्र सरकार की कि रेलवे को भी चकाचक कर निजी क्षेत्र को बेच दिया जाए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, इस बजट से छत्तीसगढ़ को पूरी तरह से निराशा मिली है। यहां के प्रिमिटिव ट्राइब्स के लिए कुछ नहीं है। ट्राइब्स के लिए भी कुछ नहीं है। न हमारे शेड्यूल कास्ट्स के लिए कुछ है।

कर्नाटक के पैकेज को बताया चुनावी

CM Bhupesh On Union Budget : कर्नाटक के लिए घोषित अपर भद्रा पैकेज को मुख्यमंत्री ने चुनावी पैकेज बताया है। उन्होंने कहा, वे कर्नाटक लूज कर रहे हैं, इसलिए वहां के मतदाताओं को लुभाने के लिए सूखा राहत की घोषणा कर दी गई है। चुनाव सर पर है इसलिए उसका फायदा वहां की जनता को मिल नहीं पाएगा। पिछले दिनों बिहार गए थे ना-60 करूं की 70 करूं, एक लाख करोड़ करुं की एक लाख 10 हजार करोड़ करूं ऐसा पूछ रहे थे। लेकिन आज तक वह पैसा बिहार पहुंचा नहीं है। ये भी उसी प्रकार का है।

ट्रेन मिलने की उम्मीद थी, महंगाई से भी राहत नहीं

CM Bhupesh On Union Budget : मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लिए भी हम लोग उम्मीद कर रहे थे कि अम्बिकापुर से चलने वाली ट्रेन मिलेगी, जगदलपुर के लिए भी ट्रेन की व्यवस्था होगी। लेकिन कोई व्यवस्था नहीं हुई। महंगाई और बेरोजगारी को कम करने की कोई व्यवस्था नहीं है। नए लोगों को कैसे रोजगार मिलेगा, इसमें कुछ नहीं है। जितनी भी खाद्य सामग्री है, वो महंगी हो गई है। बजट में श्री अन्न की बात कही गई, कोदो-कुटकी, सांवा तक की बात कही गई, लेकिन इसकी एमएसपी भारत सरकार ने आज तक घोषित नहीं की( समर्थन मूल्य पर खरीदने की भी कोई बात किसानों के लिए नहीं कही गई। यह बजट निराशाजनक है।

CM Bhupesh On Union Budget : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि दुनियां के सबसे बड़े उपक्रम “रेलवे“ में प्राइवेट सेक्टर की भागीदारी मोदी सरकार की जिम्मेदारी से भागने का प्रमाण है. एक तरफ ऑटोमोबाइल खिलौने और साइकिल में कस्टम ड्यूटी घटाने की बात कही जा रही है वहीं दूसरी ओर रसोई गैस की चिमनी पर कस्टम ड्यूटी बढ़ा रहे मोदी सरकार की प्राथमिकता में न किसान हैं, ना रोजगार है और ना ही महंगाई से जूझ रही महिलाओं की समस्या.

CM Bhupesh On Union Budget : मरकाम ने कहा है कि मोदी सरकार के प्राथमिकता में आम जनता का हित नहीं 2014 से आज तक 9 साल में पहली बार इनकम टैक्स का बेसिक एक्सेंप्शन लिमिट बढ़ाया गया, वह भी केवल 50,000 जो ऊंट के मुंह में जीरा है. महंगाई 4 गुनी बढ़ी है, लेकिन राहत मात्र 20 प्रतिशत. न 80-C की लिमिट बढ़ाया और न ही मेडिकल इंश्योरेंस पर छूट की सीमा, न ही हाउस लोन पर भरे जाने वाले ब्याज पर छूट की सीमा बढ़ाई. बुजुर्गों और महिलाओं को जमा पर मिलने वाले ब्याज के साथ ही सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दर लगातार कम हुई है इस पर कोई बात नहीं है.

CM Bhupesh On Union Budget : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि एमएसएमई को सपोर्ट के नाम पर फिर से जुमलेबाजी जबकि हकीकत यह है कि 90 परसेंट एमएसएमई 1 साल से अधिक सरवाइव नहीं कर पा रहे हैं. हमारी अर्थव्यवस्था में 90 प्रतिशत से अधिक रोजगार असंगठित क्षेत्र में जनरेट होते हैं, कृषि, रियल स्टेट और कपड़ा जैसे महत्वपूर्ण रोजगार के अवसर प्रदान करने वाले सेक्टर के लिए कुछ नहीं. उज्जवला योजना के नाम पर पीठ था पाने वाले इस बात पर मौन है कि महंगाई की मार से उज्जवला योजना के कितने हितग्राही गैस की रिफिल करा पा रहे हैं? कुल मिलाकर आज का बजट देश की आम जनता और सर्वहारा वर्ग के लिए घोर निराशा का बजट है. आवश्यकता और अपेक्षाएं सागर सी थी पर राहत बूंद भर का नहीं.

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