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Big News : खांसी की सिरप पीने से 19 बच्चों की मौत, WHO ने किया अलर्ट, "The Marion Biotech" कफ सिरप न पिलाने की दी सलाह...

Sharda Kachhi
12 Jan 2023 6:37 AM GMT
Big News
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दिल्ली : उज्बेकिस्तान में खांसी का सिरप पीने के बाद 19 बच्चों की मौत के मामले सामने आने के बाद नोएडा स्थित फार्मा मैरियन बायोटेक पर संकट के बादल छा गए हैं. इस मामले में मैरियन बायोटेक को दोषी ठहराया जा रहा है. WHO ने उज्बेकिस्तान में कफ सिरप पीने से हुई 19 बच्चों की …

Big Newsदिल्ली : उज्बेकिस्तान में खांसी का सिरप पीने के बाद 19 बच्चों की मौत के मामले सामने आने के बाद नोएडा स्थित फार्मा मैरियन बायोटेक पर संकट के बादल छा गए हैं. इस मामले में मैरियन बायोटेक को दोषी ठहराया जा रहा है. WHO ने उज्बेकिस्तान में कफ सिरप पीने से हुई 19 बच्चों की मौत मामले में अलर्ट जारी किया है। बुधवार को एक मेडिकल प्रोडक्ट अलर्ट में WHO ने कहा कि मैरियन बायोटेक द्वारा निर्मित 'सबस्टैंडर्ड मेडिकल प्रोडक्ट' ऐसे उत्पाद हैं जो गुणवत्ता मानकों या विशिष्टताओं को पूरा करने में विफल साबित होते हैं, इसलिए स्पेशिफिकेशन से बाहर हैं. WHO ने कहा कि भारत के मैरियन बायोटेक द्वारा बनाए गए दो खांसी के सिरप बच्चों को नहीं पिलाया जाना चाहिए। सिरप के नाम एम्बरोनॉल सिरप और डीओके-1 मैक्स हैं।

डब्ल्यूएचओ ने अपनी वेबसाइट पर जारी अलर्ट में कहा- यह WHO मेडिकल प्रोडक्ट अलर्ट दो घटिया प्रोडक्ट को संदर्भित करता है और उज्बेकिस्तान में पहचाना गया है. इसे 22 दिसंबर 2022 को डब्ल्यूएचओ को रिपोर्ट किया गया है. दो प्रोडक्ट एम्बरोनॉल सिरप और डीओके-1 मैक्स सिरप हैं. दोनों प्रोडक्ट्स के घोषित निर्माता मैरियन बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड (उत्तर प्रदेश, भारत) हैं. कथित निर्माता ने इन प्रोडक्ट की सुरक्षा और गुणवत्ता पर डब्ल्यूएचओ को गारंटी नहीं दी है.

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डब्ल्यूएचओ के अनुसार, उज्बेकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय के राष्ट्रीय गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशालाओं में कफ सिरप के सैंपल की जांच की गई. इसके एनालिसिस में पाया गया कि दोनों प्रोडक्ट में दूषित पदार्थों के रूप में डायथिलीन ग्लाइकोल या एथिलीन ग्लाइकोल की मानक के विपरीत मात्रा शामिल है. भारत ने भी उज्बेक सरकार के आरोपों की जांच का फैसला लिया था। यूपी फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट ने बायोटेक कंपनी का प्रोडक्शन लाइसेंस सस्पेंड (suspend) दिया है।

डब्ल्यूएचओ ने आगे कहा- इन दोनों प्रोडक्ट के अन्य देशों में भी मार्केटिंग अथॉरिटी हो सकती हैं. उन्हें अनौपचारिक बाजारों के जरिए अन्य देशों या क्षेत्रों में भी डिस्ट्रीब्यूट किया जा सकता है. संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा कि इस अलर्ट में संदर्भित घटिया प्रोडक्ट असुरक्षित हैं और विशेष रूप से बच्चों में उनके उपयोग से गंभीर हालत या मृत्यु हो सकती है.

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