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Paush Month 2022: आज से पौष का महीना शुरू, जानें इस माह क्या करें और क्या नहीं, साथ ही शुभ-अशुभ मुहूर्त...

Sharda Kachhi
9 Dec 2022 2:49 AM GMT
Paush Month 2022: आज से पौष का महीना शुरू, जानें इस माह क्या करें और क्या नहीं, साथ ही शुभ-अशुभ मुहूर्त...
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Paush Month 2022 : आज से पौष का महीना शुरू होगया है जो की 07 जनवरी 2023 तक रहेगा, हिंदू धर्म में पौष मास को काफी महत्वपूर्ण मास माना जाता है। पौष मास में कुछ कामों को करना शुभ माना जाता है और कुछ कामों को करने की मनाही होती है। जानिए शास्त्रों …

Paush Month 2022 : आज से पौष का महीना शुरू होगया है जो की 07 जनवरी 2023 तक रहेगा, हिंदू धर्म में पौष मास को काफी महत्वपूर्ण मास माना जाता है। पौष मास में कुछ कामों को करना शुभ माना जाता है और कुछ कामों को करने की मनाही होती है। जानिए शास्त्रों के अनुसार पौष मास में क्या करना चाहिए और क्या नहीं।

हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर एक मास का अपना अपना महत्व है। मार्गशीर्ष मास खत्म होते ही पौष माह शुरू हो जाएगा। हिंदू कैलेंडर के अनुसार इसे दसवां (10वां) मास माना जाता है। इस मास में भगवान सूर्य के साथ भगवान विष्णु की पूजा करने का विशेष महत्व है। इसके साथ ही इस मास को छोटा पितृ पक्ष के रूप में भी जानते हैं। इसलिए इस माह में पिंडदान, श्राद्ध, तर्पण करना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और वह परिवारजनों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।

पौष मास में करें ये काम
शास्त्रों के अनुसार, पौष मास के पूरे माह में भगवान सूर्य की पूजा करें। इसके साथ ही 'ऊँ हीं ह्रीं सूर्याय नम:' मंत्र का जाप करें।
पौष मास में रोजाना सूर्य देव को जल अर्पित करना शुभ होगा। जल में सिंदूर, लाल फूल और थोड़ा सा अक्षत डाल लें।
पौष मास में भगवान विष्णु की पूजा करना भी शुभ माना जाता है। ऐसे में नियमित रूप से पूजा करने के साथ गीता का पाठ और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।
भगवान विष्णु की असीम कृपा पाने के लिए इस माह लाल या फिर पीले रंग के वस्त्र धारण करें। इससे शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
पौष मास में दान का विशेष महत्व है। इसलिए इस मास में जरूरतमंदों को कंबल, गर्म कपड़े, गुड़, तिल आदि का दान करें।
पूर्वजों की आत्मा शांति के लिए इस माह में तर्पण, पिंडदान आदि करना शुभ माना जाता है।
पौष मास में गुड़ का सेवन करना अच्छा माना जाता है। इसके अलावा लौंग, अदरक, अजवाइन जैसी गर्म चीजों का सेवन करें।

पौष मास में न करें ये काम
पौष मास में मांस मदिरा के अलावा बैंगन, मूली, मसूर की दाल, फूल गोभी, उड़द की दाल का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।
पौष मास में चीनी का सेवन न करें।
पौष मास में खरमास आरंभ हो जाएं इसलिए किसी भी तरह के मांगलिक कार्यों को करने की मनाही होती है।
खरमास में नए काम या व्यवसाय का आरंभ बिल्कुल भी न करें।
पौष मास में नमक का सेवन कम से कम करें।

हिन्दू मास एवं वर्ष
शक सम्वत – 1944 शुभकृत
विक्रम सम्वत – 2079
काली सम्वत – 5123
दिन काल – 10:22:32
मास अमांत – मार्गशीर्ष
मास पूर्णिमांत – पौष
शुभ समय – 11:52:26 से 12:33:56 तक

अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त)
दुष्टमुहूर्त– 09:06:25 से 09:47:55 तक, 12:33:56 से 13:15:26 तक
कुलिक– 09:06:25 से 09:47:55 तक
कंटक– 13:15:26 से 13:56:56 तक
राहु काल– 11:10 से 12:31 तक
कालवेला/अर्द्धयाम– 14:38:27 से 15:19:57 तक
यमघण्ट– 16:01:27 से 16:42:57 तक
यमगण्ड– 14:48:49 से 16:06:38 तक
गुलिक काल– 08:29 से 09:50 तक

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