Begin typing your search above and press return to search.
Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस विशेष : जाने राज्य का नाम कैसे पड़ा छत्तीसगढ़, क्या है इसके पीछे की वजह, छत्तीसगढ़ के इतिहास में छिपा है 36 किलों का रहस्य...

Sharda Kachhi
1 Nov 2022 3:22 AM GMT
छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस विशेष
x

रायपुर :  1 नवंबर, 2000 यानी 23 साल पहले आज ही के दिन मध्यप्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ राज्य अस्तित्व में आया था। पौराणिक नाम की बता की जाए तो इसका नाम कौशल राज्य (भगवान श्रीराम की ननिहाल) है। गोंड जनजाति के शासनकाल के दौरान लगभग 300 साल पहले इस राज्य का नाम …

छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस विशेष

रायपुर : 1 नवंबर, 2000 यानी 23 साल पहले आज ही के दिन मध्यप्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ राज्य अस्तित्व में आया था। पौराणिक नाम की बता की जाए तो इसका नाम कौशल राज्य (भगवान श्रीराम की ननिहाल) है। गोंड जनजाति के शासनकाल के दौरान लगभग 300 साल पहले इस राज्य का नाम छत्तीसगढ़ रखा। आखिर ऐसा क्यों हुआ, छिपी है एक दिलचस्प कहानी।

छत्तीसगढ़ राज्य के गठन को आज 23 साल पूरे हो गए है. इस खास मौके पर राज्य स्थापना दिवस पर आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल साइंस कॉलेज मैदान में सुबह 11 बजे राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव एवं राज्योत्सव का शुभारंभ करेंगे।

वैसे तो अनेक कहानियां छत्तीसगढ़ के नाम पर प्रचलित हैं। पर असल कारण था गोंड राजाओं के 36 किले। जी हां, इन 36 किलों को गढ़ भी कहा जाता है। इन्हीं के कारण इस राज्य का नाम छत्तीसगढ़ पड़ा।

36 किलों का रहस्य-

ज्यादातर इतिहासकारों का मानना है कि कल्चुरी राजाओं द्वारा 36 किले या कई गांवों को मिलाकर गढ़ बनाए गए थे। इस इलाके को कोसल या दक्षिण कोसल के तौर पर जाना जाता था। ये उस समय की बात है जब रामायण काल से सत्रहवीं शताब्दी का दौर चल रहा था। ध्यान देने वाली बात ये है कि राजाओं के समय में छत्तीसगढ़ की राजधानी बिलासपुर के पास स्थित शहर रतनपुर, कल्चुरी हुआ करती थी।

18-18 गढ़ उत्तर और दक्षिण में बनाए गए-

बता दें कि 18 गढ़ और दक्षिण में रायपुर शाखा के अंतर्गत 18 गढ़ बनाए थे। ये गढ़ शिवनाथ नदी के उत्तर में कल्चुरियों की रतनपुर शाखा के अंतर्गत बनाए गए थे।

छत्तीसगढ़ भारत का एकमात्र राज्य है, जिसे ‘महतारी’ (माँ) का दर्जा प्राप्त है. विभिन्न संस्कृतियों का केंद्र रहा छत्तीसगढ़ आज भी अपने प्राचीन मंदिरों के लिए पूरे विश्व भर में प्रसिद्ध है.प्राचीन भारत के दौर से ही भारत को गौरवान्वित करने के बाद आज भी छत्तीसगढ़ अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए दुनिया भर में जाना जाता है.

READ MORE :Morbi Accident : मोरबी हादसे ने ली एक ही परिवार के 7 लोगों की जान, मृतक में 5 बच्चे भी शामिल, अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पूरा गांव…

रतनपुर राज्य के अधीनस्थ 18 गढ़ों के नाम इस प्रकार है-

रतनपुर, विजयपुर, पंडर भट्टा, पेंड्रा, केन्दा, बिलासपुर, खरौद, मदनपुर (चांपा), कोटगढ़, कोसगई (छुरी), लाफागढ़ (चैतुरगढ़), उपरोड़ागढ़, मातिनगढ़, करकट्टी-कंड्री, मारो, नवागढ़, सेमरिया।

रायपुर के अधीनस्थ 18 गढ़ों के नाम इस प्रकार है-

रायपुर, सिमगा, ओमेरा, राजिम, फिंगेश्वर, लवन, पाटन, दुर्ग, सारधा, सिरसा, अकलबाड़ा, मोहंदी, खल्लारी, सिरपुर, सुअरमार, सिंगारपुर, टैंगनागढ़, सिंघनगढ़ थे।

Next Story