- Home
- /
- Main Stories
- /
- Bhai Dooj 2022 : भाई...
Bhai Dooj 2022 : भाई दूज आज, जानें क्यों मनाया जाता है यह पर्व, शुभ मुहूर्त और पूजा सामग्री...
रायपुर। आज भाई दूज (Bhai Dooj 2022) का पर्व हैं। इसे भातृ द्वितीया भी कहते हैं। भाई दूज पर बहनें भाइयों के दीर्घायु व स्वस्थ होने की मंगल कामना करती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान सूर्य की पत्नी छाया को दो संतान यमराज और यमुना थी। यमुना अपने भाई यमराज से बड़ा स्नेह करती …
रायपुर। आज भाई दूज (Bhai Dooj 2022) का पर्व हैं। इसे भातृ द्वितीया भी कहते हैं। भाई दूज पर बहनें भाइयों के दीर्घायु व स्वस्थ होने की मंगल कामना करती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान सूर्य की पत्नी छाया को दो संतान यमराज और यमुना थी। यमुना अपने भाई यमराज से बड़ा स्नेह करती थी। यमराज अपनी बहन के आमंत्रण को बार-बार अनसुना कर देते थे। कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितिया के दिन यमुना ने यमराज को वचनबद्ध कर अपने घर आने को विवश कर दिया। तब से ही भाई दूज मनाने की परंपरा है।
Read More : Bhai Dooj 2022 : जानें इस बार कब पड़ रहा भाई दूज, आखिर बहने क्यों देती है इस दिन भाइयों को गालियां, जानें पूरी कथा…
भाई दूज शुभ मुहूर्त
- द्वितीया तिथि आरंभ: 26 अक्टूबर 2022,दोपहर 02: 42 मिनट से
- द्वितीया तिथि समाप्त: 27 अक्टूबर 2022, दोपहर 12: 45 मिनट पर
- तिलक करने का शुभ मुहूर्त: 26 अक्टूबर 2022,दोपहर 01:12 मिनट से दोपहर 03:27 मिनट तक
भाई दूज पूजन सामग्री
- आरती की थाली
- टीका, चावल
- नारियल, गोला (सूखा नारियल) और मिठाई
- दिया और धूप
- रुमाल या छोटा तोलिया
भाई दूज की पूजा विधि
- इस दिन यमुना में स्नान करने का महत्व है। अगर ऐसा न कर सकें तो सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें और फिर सूर्य को अर्घ्य दें।
- भाई के लिए बहनें कई तरह के पकवान बनाती हैं और तिलक के लिए थाल तैयार करती हैं।
- शुभ मुहूर्त में ही भाई की पूजा करनी चाहिए। भाई को एक चौकी पर बिठाएं और उसका तिलक करें और अक्षत लगाएं।