Big Breaking : अंडमान निकोबार के सीनियर IAS अधिकारी तत्काल प्रभाव से सस्पेंड, नौकरी दिलाने के नाम पर किया था सामूहिक दुष्कर्म, गृह मंत्रालय ने की कार्यवाई
नई दिल्ली। Big Breaking : केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में दुष्कर्म के आरोपी वरिष्ठ आईएएस अधिकारी जितेंद्र नारायण को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. 1990 बैच के आईएएस अधिकारी और अंडमान निकोबार द्वीप समूह के तत्कालीन मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण को एक महिला के कथित यौन उत्पीड़न के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. स्थानीय पुलिस ने जांच के बाद 16 अक्टूबर को गृह मंत्रालय को अवगत कराया, जिसके बाद मामले में केंद्रीय गृह मंत्री ने सख्त कार्रवाई के निर्देश जारी किए थे.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में एसआईटी गठित
Big Breaking : एबरडीन पुलिस थाने में यह मामला दर्ज किया गया है. नारायण के खिलाफ लगे गंभीर आरोपों की जांच के लिए एक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में शनिवार को विशेष जांच दल का गठन किया गया. नारायण अभी दिल्ली वित्तीय निगम के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के रूप में तैनात हैं.
Big Breaking : केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) की तरफ से बताया गया है कि 16 अक्टूबर को IAS जितेंद्र नारायण के खिलाफ शिकायत मिली थी, जिसमें गंभीर कदाचार और आधिकारिक पद के दुरुपयोग का आरोप था. मामला सामने आते केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सख्त कानूनी कार्रवाई के आदेश दिए थे. जिसके बाद मंत्रालय ने जितेंद्र नारायण, आईएएस (एजीएमयूटी: 1990) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का आदेश दिया है.
महिलाओं के खिलाफ अपराध पर जीरो टॉलरेंस की नीति
Big Breaking : सरकार की अनुशासनहीनता बरते जाने पर जीरो टॉलरेंस की नीति है. खासकर महिलाओं की गरिमा से जुड़ी घटनाओं के संबंध में कोई भी अपराध क्षम्य नहीं होगा. अंडमान एवं निकोबार पुलिस की एसआईटी द्वारा अलग से आपराधिक मामले में प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है. बताते चलें कि पोर्ट ब्लेयर के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने युवती की याचिका के आधार पर केस दर्ज करने का आदेश दिए थे, जिसके बाद पुलिस ने एक्शन लिया था.
लड़की ने कहा- पहले श्रम आयुक्त से मिली थी
Big Breaking : लड़की ने आरोप लगाया है कि नौकरी के लिए पहले मिलने बुलाया, उसके बाद दो अधिकारियों ने उसके साथ “सामूहिक बलात्कार” किया. उसके पिता और सौतेली मां ने उसकी आर्थिक जरूरतों का ध्यान नहीं रखा, इसलिए उसे नौकरी की जरूरत थी. कुछ लोगों ने श्रम आयुक्त से उसका परिचय कराया, क्योंकि वे तत्कालीन मुख्य सचिव के करीबी थे.
