Vastu Tips : अगर आप भी झेल रहे है आर्थिक तंगी, तो आज अपनाये ये वास्तु टिप्स, चमक उठेगी किस्मत, माँ लक्ष्मी होगी प्रसन्न…

Vastu Tips

 

नई दिल्ली, Vastu Tips : मेहनत करने के बाद भी आपके घर में पैसा नहीं रहता है या आर्थिक तंगी से परेशान रहते हैं तो इसका कारण वास्तुदोष  हो सकता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में रखी चीजों का नकारात्मक और सकारात्मक प्रभाव हमारे जीवन पर पड़ता है. ऐसे में वास्तु नियमों के अनुसार ही घर पर चीजों को रखने की सलाह दी जाती है. वास्तु शास्त्र में ऐसी ही पांच चीजों के बारे में बताया गया है, जो धन और सुख में बाधा डालने वाली नकारात्मक शक्तियों को खत्म करती हैं और आपके परिवार पर देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है. आइए जानते हैं कि वास्तु के ऐसे उपाय कौन से हैं, जिनके प्रयोग से हम अपने जीवन की दशा-दिशा दोनों बदल सकते हैं.

दाड़िम के पौधे में मां लक्ष्मी का वास

दाड़िम के पौधे में लक्ष्मी जी का वास होता है. किसी भी माह के शुक्ल पक्ष के हस्त नक्षत्र में दाड़िम का पौधा लगाएं और श्री सूक्त के पाठ से इन पौधों को जाग्रत करवा दें. आपका घर सुख समृद्धि से भर जाएगा. घर के ईशान कोण यानी पूर्व उत्तर दिशा में तुलसी का पौधा लगाएं तो उसके औषधीय गुण और भी बढ़ जाते हैं. घर की उत्तर दिशा में अशोक का पेड़ लगाने से घर शोक रहित हो जाता है. घर बनाने से पहले ही प्लॉट में पेड़ लगा कर सजाने से घर हमेशा ही ऐश्वर्यपूर्ण रहता है. पूर्व दिशा में फलदार पेड़ लगाएं और पश्चिम में कमल लगाना अत्यंत ही शुभ फलदायी होता है.

 

 

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रसोई में चटक रंग का पेंट न करवाएं

घर में सेप्टिक टैंक को भवन के वायव्य कोण यानी उत्तर पश्चिम और उत्तर दिशा के बीच में बनवाएं. यदि सेप्टिक टैंक उत्तर दिशा में बनवाया तो धन का नाश होने लगता है.

रसोई घर में ठंडे रंगों जैसे गुलाबी, सफेद, हरा आदि का इस्तेमाल करना चाहिए, बहुत चटक और तीखे रंगों का इस्तेमाल करना ठीक नहीं है. किचन में गैस बर्नर, हीटर आदि दीवार से तीन इंच दूर ही रखना चाहिए. गैस बर्नर रसोई के दरवाजे के ठीक सामने नहीं रहना चाहिए.

जिस घर के दक्षिण पूर्व भाग में जल की व्यवस्था होती है तो वहां के लोगों को फेफड़े संबंधी रोग जैसे दमा, अस्थमा आदि और पेट संबंधी रोग हो सकते हैं. दक्षिण में भी पानी की व्यवस्था नहीं करनी चाहिए, उत्तर पूर्व दिशा में जल की व्यवस्था करना से सबसे अच्छा रहता है.

घर का ब्रह्म स्थान यानी आंगन या केंद्र स्थान दूषित होता है तो व्यक्ति की उन्नति नहीं होती है. ब्रह्म स्थान पर दरवाजा, बीम, खंभा और दीवार आदि नहीं होना चाहिए. ब्रह्म स्थान खुला, खाली और साफ सुथरा ही रहना चाहिए.

दरवाजे और चौखट में न हों जोड़

चौखट और दरवाजे में जोड़ नहीं होने चाहिए, जोड़ होने पर घर का मालिक दुखी रहता है. चौखट और दरवाजे का अंदर या बाहर की तरफ झुकाव भी उचित नहीं रहता है.

 

 

टीप :- इस खबर में दी गई सभी जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है, TCP 24 इसकी पुष्टि नहीं करता है, अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट ज्योतिषी से सलाह ले.

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