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RBI monetary policy announcement : RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति की घोषणा, रेपो दर 0.50 प्रतिशत बढ़कर 5.40 % हुआ, अब इतनी हो जाएगी EMI...
RBI monetary policy announcement : आरबीआई (RBI) ने मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक ( Monetary Policy Committee Meeting) के बाद रेपो रेट ( Repo Rate) में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी करने का ऐलान किया है जिसके बाद रेपो रेट 4.90 फीसदी से बढ़कर 5.40 फीसदी हो गया है. आरबीआई के इस फैसले …
RBI monetary policy announcement : आरबीआई (RBI) ने मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक ( Monetary Policy Committee Meeting) के बाद रेपो रेट ( Repo Rate) में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी करने का ऐलान किया है जिसके बाद रेपो रेट 4.90 फीसदी से बढ़कर 5.40 फीसदी हो गया है. आरबीआई के इस फैसले के बाद सरकारी से लेकर निजी बैंक और हाउसिंग फाइनैंस कंपनियां होम लोन ( Home Loan) के ब्याज दरों ( Interest Rate) में बढ़ोतरी करेंगे, जिसके बाद आपकी ईएमआई ( EMI) महंगी हो जाएगी. इससे पहले भी 4 मई और 8 जून 2022 को आरबीआई ने रेपो रेट में कुल 90 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी कर दी थी जिसके बाद बैंक से लेकर हाउसिंग फाइनैंस कंपनियों ने होम लोन पर ब्याज दरों में 0.90 फीसदी से लेकर 1.15 फीसदी तक कर्ज महंगा कर दिया है. एक बार फिर से होमलोन की ईएमआई अब महंगी हो जाएगी.
RBI का रेपो रेट बढ़ाने का असर
आरबीआई ( RBI) के रेपो रेट ( Repo Rate) बढ़ाने के फैसले के बाद हाउसिंग फाइनैंस कंपनियों से लेकर बैंक कर्ज महंगा करेंगी. और महंगे कर्ज ( Costly Loan) का सबसे बड़ा खामियाजा उठाना पड़ेगा उन लोगों को जिन्होंने हाल के दिनों में बैंक या हाउसिंग फाइनैंस कंपनियों ( Housing Finance Loan) से होम लोन ( Home Loan) लेकर अपना आशियाना खरीदा है. आरबीआई ने रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी करने का फैसला लिया है जो कि अब 5.40 फीसदी हो गया है. लेकिन बीते तीन महीने में आरबीआई ने 1.40 फीसदी कर्ज मंहगा कर दिया है. आइए डालते हैं नजर कुल 1.40 फीसदी रेपो रेट बढ़ाने के बाद तीन महीनों में कितनी आपके होम लोन की ईएमआई महंगी कितनी महंगी होने जा रही है.
क्या और महंगी होगी ईएमआई
बहरहाल आरबीआई ने तीन चरणों में रेपो रेट में 1.40 फीसदी का इजाफा कर दिया है. माना जा रहा है कि जिस प्रकार कच्चा तेल समेत अन्य कमोडिटी के दामों में कमी आ रही है उसके बाद आरबीआई को भविष्य में कर्ज महंगा ना करना पड़े.