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Monkeypox Guidelines : देश में बढ़ रहा मंकीपॉक्स का खतरा, रोगियों के लिए केंद्र ने जारी की गाइडलाइन, जाने मरीजों को किन-किन बाते का रखना होगा ध्यान

naveen sahu
29 July 2022 4:44 PM GMT
Monkeypox
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दिल्ली। Monkeypox Guidelines भारत में मंकीपॉक्स धीरे धीरे बढ़त जा रहा हैं। अब तक देश में कुल के 4 मामले की पुष्टि की जा चुकी हैं। वही कई सेपल्स की जांच रिपोर्ट आनी बाकि हैं। वही छत्तीसगढ़ की बात करे तो यहां भी 2 संदिग्ध मरीज मरीज मिले हैं। जीके सेम्पल्स जाँच के पुणे भेज …

Monkeypox

दिल्ली। Monkeypox Guidelines भारत में मंकीपॉक्स धीरे धीरे बढ़त जा रहा हैं। अब तक देश में कुल के 4 मामले की पुष्टि की जा चुकी हैं। वही कई सेपल्स की जांच रिपोर्ट आनी बाकि हैं। वही छत्तीसगढ़ की बात करे तो यहां भी 2 संदिग्ध मरीज मरीज मिले हैं। जीके सेम्पल्स जाँच के पुणे भेज दिया गया हैं। लोग मंकीपॉक्स को लेकर काफी चिंतित हैं। इसके लिए केंद्र ने गाईडलाइन जारी कर दी हैं।

इस दिशानिर्देश में 21 दिन का पृथक-वास, मास्क पहनना, हाथ साफ रखना, घावों को पूरी तरह से ढककर रखना और उनके पूरी तरह से ठीक होने का इंतजार करना शामिल है। जी दरअसल दिशानिर्देश मई में जारी किए गए थे और दिल्ली सरकार ने अपने अस्पतालों तथा 11 राजस्व जिलों को उनका पालन करने का निर्देश दिया था। आप सभी को बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी में 24 जुलाई को मंकीपॉक्स का एक पुष्ट मामला सामने आया जिससे देश में ऐसे रोगियों की कुल संख्या चार हो गई है।

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बता दें कि मंकीपॉक्स, वायरस से होने वाला संक्रामक रोग है, जो जानवरों से मनुष्यों में फैलता है। इसके लक्षण चेचक जैसे होते हैं, हालांकि चिकित्सकीय रूप से यह उतना गंभीर नहीं होता है। वहीं केंद्र के दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि जो स्वास्थ्यकर्मी मंकीपॉक्स के रोगियों या संभावित रूप से दूषित सामग्री के असुरक्षित संपर्क में हैं, उन्हें लक्षणहीन होने पर ड्यूटी से बाहर रखने की जरूरत नहीं है, लेकिन 21 दिन के लिए निगरानी रखी जानी चाहिए।

इसके अलावा दिशानिर्देशों के अनुसार, संक्रमित व्यक्ति को तीन प्लाई वाला मास्क पहनना चाहिए, जबकि त्वचा के घावों को हरसंभव सीमा तक ढककर रखना चाहिए जिससे कि दूसरे लोगों के इसके संपर्क में आने का जोखिम कम हो सके। इसी के साथ केंद्र ने कहा कि मरीजों को तब तक पृथक-वास में रहना चाहिए जब तक कि सभी घाव ठीक नहीं हो जाते और पपड़ी पूरी तरह से गिर नहीं जाती।

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