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Economy

आने वाले दिनों में क्या सांसों पर भी मोदी सरकार लगाएगी GST?

naveen sahu
28 July 2022 10:16 AM GMT
GST
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रायपुर। देश में इन दिनों आपको अलग-अलग तरह के फ्लायर व कार्टून सोशल मीडिया में देखने को मिल रहे होंगे। जिसमें केन्द्र सरकार द्वारा हाल में लगाए गए GST को दर्शाया जा रहा है। देश का एक बड़ा वर्ग केन्द्र सरकार द्वारा लगातार आवश्यक वस्तुओं पर लगाए जा रहे जीएसटी का विरोध करता दिख …

GST

रायपुर। देश में इन दिनों आपको अलग-अलग तरह के फ्लायर व कार्टून सोशल मीडिया में देखने को मिल रहे होंगे। जिसमें केन्द्र सरकार द्वारा हाल में लगाए गए GST को दर्शाया जा रहा है। देश का एक बड़ा वर्ग केन्द्र सरकार द्वारा लगातार आवश्यक वस्तुओं पर लगाए जा रहे जीएसटी का विरोध करता दिख रहा है। बावजूद केन्द्र की नीतियों में कोई परिवर्तन नहीं आ रहा है।

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एक बड़ा वर्ग अब यह कहने से संकोच नहीं कर रहा है कि आने वाले दिनों में केन्द्र सरकार कफन व लोगों के सांस लेने में भी जीएसटी लगा दे। जिस तरह लगातार केन्द्र सरकार दूध, दही, पनीर व चांवल जैसे आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी लगाते जा रही है। इससे तो आने वाले दिनों में यही संकेत दिखाई देते हैं कि केन्द्र सरकार लोगों के सांस लेने व कफन पर भी जीएसटी लगा दे तो कोई बड़ी बात नहीं होगी।

हाल में केन्द्र सरकार द्वारा लगाए गए जीएसटी का असर अब प्री-पैक फूड आइटमों पर भी दिखाई देने जा रहा है। जिसमें दही, लस्सी, पनीर और छाछ भी शामिल हैं। मछली और मिंट के रेट में भी इजाफा देखने को मिलेगा। सरकार इन प्रोडक्टस पर 5 फीसदी की दर से जीएसटी वसूलने जा रही है। पहले ये वस्तुएं जीएसटी के दायरे से बाहर थी।

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अस्पतालों में इलाज के लिए अब लोगों को अधिक पैसे खर्च करने पड़ेगे। आईसीयू के बाहर अस्पतालों के ऐसे कमरे, जिनका एक दिन का किराया मरीज के लिए 5000 रुपये से अधिक है, वहां भी जीएसटी अपना असर दिखाने जा रही है। केन्द्र के जीएसटी लागू करने के दौरान विपक्षी दलों ने इसे गब्बर सिंह टैक्स बताया था। जो अब लगभग साबित होता नजर आ रहा है।

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