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Chhattisgarh

National FP Summit 2022 : छत्तीसगढ़ फिर बना नंबर 1, पुरुष नसबंदी पखवाड़ा में उत्कृष्ट कार्यों के लिए मिले 3 पुरुष्कार, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने दी बधाई 

viplav
27 July 2022 3:24 PM GMT
National PF Summit 2022
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Raipur :  National PF Summit 2022  छत्तीसगढ़ राज्य को पुरूष नसबंदी पखवाड़ा में उत्कृष्ट कार्यों के लिए तीन पुरुष्कार मिले है। दिल्ली में आयोजित परिवार नियोजन कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य राजयमंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने आज प्रदेश को इस उपलब्धि के लिए पुरस्कृत किया। पुरुष नसबंदी पखवाड़ा के दौरान पिछले तीन …

Raipur : National PF Summit 2022 छत्तीसगढ़ राज्य को पुरूष नसबंदी पखवाड़ा में उत्कृष्ट कार्यों के लिए तीन पुरुष्कार मिले है। दिल्ली में आयोजित परिवार नियोजन कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य राजयमंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने आज प्रदेश को इस उपलब्धि के लिए पुरस्कृत किया। पुरुष नसबंदी पखवाड़ा के दौरान पिछले तीन वर्षों 2019 से 2021 के बीच नसबंदी में छत्तीसगढ़ देश में प्रथम स्थान पर है। परिवार नियोजन कार्यक्रम के उप संचालक डॉ. टी.के. टोंडर एवं कंसल्टेंट डॉ. रोशन गुप्ता ने छत्तीसगढ़ की ओर से यह पुरस्कार ग्रहण किया।

बता दें कि छत्तीसगढ़ प्रदेश को पुरुष नसबंदी के लिए दो और श्रेणियों में पुरस्कार प्राप्त हुआ है। सर्वाधिक पुरुष नसबंदी के लिए डॉ. संजय नवल को राष्ट्रीय स्तर पर द्वितीय पुरस्कार मिला है। पुरुष नसबंदी के लिए दम्पत्ति मोटिवेशन (प्रेरक) की श्रेणी में रायपुर जिले के तिल्दा की मितानिन श्रीमती केवरा वर्मा को पुरस्कृत किया गया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने प्रदेश की इस उपलब्धि पर स्वास्थ्य विभाग एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की टीम को बधाई दी है।

परिवार नियोजन कार्यक्रम के उप संचालक डॉ. टी.के. टोंडर ने बताया की पुरूष नसबंदी पखवाड़ा के दौरान पिछले तीन वर्षो में प्रदेश में 3212 पुरुषों की नसबंदी की गई है। पुरूष नसबंदी पखवाड़ा के दौरान वर्ष 2019-20 में 1695, वर्ष 2020-21 में 168 और वर्ष 2021-22 में 1349 पुरूषों ने नसबंदी कराई है।

उन्होंने बताया कि नसबंदी पखवाड़ा के दौरान ग्राम स्तर से लेकर जिला स्तर तक विशेष अभियान चलाकर लोगों में पुरूष नसबंदी के प्रति फैली भ्रांतियों व मिथकों को दूर किया जाता है। ग्राम स्तर पर “मोर मितान मोर संगवारी” चौपाल का आयोजन कर पुरूषों को नसबंदी के लिए प्रेरित किया जाता है।

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