Sawan Maas : सावन का दूसरा शनिवार होगा बेहद खास, बन रहे ये तीन योग, आपके सभी कष्ट होंगे दूर
दिल्ली। Sawan Maas सभी देवी देवताओ में से सबसे ज्यादा जिनकी पूजा होती है वे महादेव हैं। महादेव को भूलेनाथ भी कहा जाता हैं क्योंकि इन्हे बड़े ही आसानी से प्रसन्न किया जा सकता हैं। हिंदू कैलेंडर के अनुसार सावन का पांचवा महीना भगवान शिव को समर्पित है। हिंदू धर्म में इसका विशेष महत्व है। इस पूरे माह भोलेनाथ की विधिवत्त पूजा-अर्चना करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
सावन महीने के शनिवार का भी विशेष महत्व बताया जाता है। शनिदेव को प्रसन्न करने और उनकी कृपा पाने के लिए सावन का शनिवार बेहद खास है। सावन के दूसरे शनिवार के दिन खास योग होने से कुछ राशियों के लिए ये बहुत खास है। इस बार शनिवार को सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग और वृद्धि योग बन रहा है।
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बता दें कि सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग शाम 7 बजकर 3 मिनट से लेकर अगले दिन सुबह 5 बजकर 38 मिनट कर रहेगा। ऐसे में शनिदेव की पूजा का महत्व और अधिक बढ़ जाता है।
अभी शनि गोचर से कुल 5 राशियों शनि साढ़े साती और ढैय्या की चपेट में आ गई हैं। ऐसे में शनि के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए शनिदेव को सरसों के तेल से अभिषेक करें। सरसों के तेल का दान करें. इस दिन गलती से भी लोहा और लोहे से बनी चीजों न खरीदें। मान्यता है कि इस दिन लोहे से बनी चीजों का दान शुभ होता है। शनिवार के दिन शनि चालीसा का पाठ करें। साथ ही, पीपल के पेड़ के समक्ष सरसों के तेल का दीपक जलाएं।