छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने प्रदेश भाजपा पर किया पलटवार, बोले – सत्ता गई तो अभद्र और अशिष्ट हो गए
Read More : Indian Youth Congress : प्रदेश अध्यक्ष के लिए जोड़ तोड़ शुरू, अलग खेमा बनाकर चुनाव जितने की तैयारी, विधायक देवेंद्र यादव और राष्ट्रीय प्रवक्ता सुबोध हरितवाल प्रबल दावेदार
बृजमोहन अग्रवाल ने आगे कहा कि ऐसे कानून कहां लागू है, कांग्रेस के नेता हमें आदेश दिखाएं। छत्तीसगढ़ अलग राज्य क्यों बना है, जो कानून दूसरे राज्यों में लागू हैं वो यहां भी लागू होंगे न। ये दूसरे प्रदेशों से बराबरी की बात करते हैं।
तो दूसरे राज्यों में पीएम आवास बन रहे हैं, यहां पीएम आवास के मकान क्यों नहीं बन रहे, यहां लोगों को पट्टे क्यों नहीं मिल रहे, यहां घर घर में नल क्यों नहीं पहुंच रहा। अन्य राज्यों की बात करते हैं तो अन्य राज्यों की बराबरी करके दिखाएं जहां क्रेंद्र की योजनाएं लागू हैं।
Read More : Congress CWC Meeting Today live: बैठक में सोनिया गांधी ने कहा- सभी स्तरों पर एकता सर्वोपरि
कांग्रेस ने बृजमोहन का किया पलटवार
बृजमोहन के इस बयान के बाद से कांग्रेस ने जबरदस्त पलटवार किया है। कांग्रेस नेता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि – सत्ता हाथ से जाने के बाद भाजपा के कुछ नेता बौखला गए थे, अब अभद्र और अशिष्ट हो गए हैं। बृजमोहन अग्रवाल के प्रयोग किए गए शब्द बेहद आपत्ति जनक हैं।
हम इस पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हैं, हम चाहते हैं कि बृजमोहन अग्रवाल अपने शब्दों पर माफी मांगें।
जहां सवाल आंदोलन संबंधी गाइडलाइन का है तो बृजमोहन अग्रवाल मतिभ्रम के शिकार हैं। वो प्रदेश में भाजपा शासन काल के वक्त खुद गृहमंत्री थे। तब इन्हीं नियामों के तहत धरना की अनुमति दी जाती थी।
जन सरोकार का कोई मुद्दा भाजपा के पास है नहीं तो काल्पनिक मुद्दों पर राजनीति करने की कोशिश है। खुद छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार अपने वक्त में इन्हीं नियमों के तहत अनुमति देती थी।
Read More : Indian Youth Congress : प्रदेश अध्यक्ष के लिए जोड़ तोड़ शुरू, अलग खेमा बनाकर चुनाव जितने की तैयारी, विधायक देवेंद्र यादव और राष्ट्रीय प्रवक्ता सुबोध हरितवाल प्रबल दावेदार
छत्तीसगढ़ में आगामी चुनाव को लेकर के भाप पार्टी नए नए मुद्दे तलशने में जुट गयी है। जनता डॉ रमन सिंह के शासन में जगह जगह डबरे यानी गड्ढों को भूली नहीं हैं। विकास के नाम पर सरकारी पद पर बैठे हुए लोग जो पहले 5 साल के कार्यकाल से अंतिम 5 साल के तक अपनी जगह पर बैठे रहे।
छत्तीसगढ़ में जबतक भाजपा ने शासन किया तब जमकर फेवरेटिस्म करते हुए एक ही ब्रैंड को शराब की दुकानों में रखने पर कुछ भी कार्यवाई नहीं की।