अनूपपुर जिले के महान नगरपालिका ने कोतमा नगर को नर्क से भी बदतर बनाया
अनुपपुर/कोतमा राजेन्द्र शर्मा। नगर पालिका कोतमा की हर गली मोहल्ले का जो हाल है उसे हम देख कर भी नजरअंदाज कर देते हैं जो कि बहुत ही अन्याय पूर्ण है। आज कोतमा नगर पालिका के हर वार्ड की स्थिति यह है कि पूरा नगर ही गड्ढों से शोभायमान हो रहा है सड़कें पूरी गड्ढों से भरी पड़ी है नालियां कई जगह से खुली हुई है और अपनी गंध से लोगों का दिल जीत रहे हैं।
भले ही यह गंध उनके लिए जानलेवा ही क्यों न साबित हो हमें यह कहने में कोई हर्ज नहीं है कि इन सभी स्थितियों का अगर कोई जिम्मेदार है तो सिर्फ और सिर्फ नगर पालिका अध्यक्ष व मुख्य नगरपालिका अधिकारी हैं बाकी कर्मचारी तो इनके अधीन हैं वैसे ऐसा भी लगता है कि कोतमा नगर पालिका के साइंटिस्ट ने कोरोनावायरस से बचाव का एक अनोखा तरीका इजाद किया हो कि लोग नगर में फैले हुए गड्ढों में अपने हाथ-पैर तुड़वा कर कुछ समय तक अपने घरों में प्लास्टर पट्टी लगवा कर भीड़-भाड़ से दूर रहकर कोरोनावायरस से अपना बचाव कर सकते हैं ।
यह बात अलग है कि इस हालत में उनके धन का व्यय के साथ परेशानी और कष्ट भी ज्यादा होगी पर कोरोनावायरस कम ही होगी। दूसरी ओर कोतमा नगर के अध्यक्ष का कार्यकाल धीरे-धीरे समाप्ति की ओर बढ़ रहा है और इस काल में उन्होंने कोई जन कल्याण में व नगर की जनता के हित में कोई अच्छा कार्य नहीं किया है। इन्होंने जो नल लगवाया है पाइप लाइन बिछाई है जिससे कि लगातार दूषित जल ही लोगों को मिल रहा है उसका एस्टीमेट यह सार्वजनिक कर सकते हैं क्या?
बिल्कुल ही नहीं करेंगे इन्होंने जो कहीं पर सड़कें बनाई है वह भी 1 वर्ष से कम समय में गड्ढों से पूर्ण हो चुके हैं क्या उसका एस्टीमेट सार्वजनिक करेंगे? हरगिज नहीं करेंगे क्योंकि इन्हें मालूम है कि इन सब बातों में कोतमा नगर के महान नेताओं की कोई दिलचस्पी नहीं है हमारे यहां के महान नेता गण यह छोटी-मोटी राजनीति नहीं करना चाहते यह सब तो अब चांद के ऊपर जा बसने वाली आबादी में जाकर चांद में नेतागिरी करेंगे तो ब्रह्मांड में नाम कमाएंगे यहां क्या रखा है।
तो इस तरह प्रिय बंधुओं आखिर में हम जिले के कलेक्टर महोदय श्रीमान चंद्र मोहन ठाकुर जी का धन्यवाद करना नहीं भूलेंगे क्योंकि यह सब उन्हीं के कार्यकाल में हो रहा है व कलेक्टर महोदय भी अनूपपुर जिले की जनता के कल्याण के लिए कोई बहुत अच्छा कार्य नहीं करवाया बल्कि इनके शासनकाल में हर तरफ सिर्फ भ्रष्टाचार ही फैला है।
हम कलेक्टर साहब को भ्रष्ट या भ्रष्टाचारी तो नहीं कहेंगे क्योंकि हमें मालूम है कलेक्टर साहब को गोली भी चलवाने का अधिकार है और यह कुछ भी कर सकते हैं परंतु हम इतना अवश्य कहेंगे कि जिले में भ्रष्टाचार अधिकारियों व कर्मचारियों के प्रति इनकी विशेष हमदर्दी झलकती है व उनके प्रति उनके दिल में अथाह प्रेम है इसलिए हम इन्हें भ्रष्टाचारियों का हमदर्द जरूर कहेंगे।
हमारी बात कहां तक पहुंचती है हम नहीं जानते पर यह आशा जरूर करते हैं कि कोतमा नगर जो आज नर्क बना हुआ है नगरपालिका वाले स्वर्ग तो नहीं बना सकते पर कम से कम कुछ सुविधा नगर की जनता को प्रदान कर सकते हैं जो संतोषजनक हो। अंत में हम कोतमा नगर वासियों की सहनशीलता को धन्यवाद कहेंगे यहां के मुख्य नगर पालिका अध्यक्ष व मुख्य नगरपालिका अधिकारी का धन्यवाद कहेंगे कलेक्टर साहब विधायक जी एवं मंत्री महोदय को भी धन्यवाद समर्पित करते हैं।