भारतीय वायुसेना में शामिल होंगे 83 एडवांस तेजस विमान, केंद्र सरकार ने दी मंजूरी
नई दिल्ली : भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के बेड़े में जल्द ही 83 एडवांस तेजस विमान शामिल होंगे। सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (Cabinet Committee on Security, CCS) ने बुधवार को वायुसेना में 83 हल्के तेजस लड़ाकू विमानों की एंट्री का रास्ता साफ कर दिया। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में CCS ने डील को मंजूरी दी है। डील पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वायुसेना की मजबूती के लिए ये फैसला लिया गया है। राजनाथ सिंह ने कहा कि ये डील रक्षा क्षेत्र में गेमचेंजर साबित होगी।
रक्षा मंत्री ने ट्वीट कर इसकी जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता वाली CCS ने आज ऐतिहासिक रूप से सबसे बड़ी स्वदेशी रक्षा डील अनुमोदित कर दी है। ये डील 48 हजार करोड़ रुपए की है। इससे हमारी वायुसेना के बेड़े की ताकत स्वदेशी LCA तेजस के जरिए मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि भारत की डिफेंस मैन्यूफैक्चरिंग के लिए ये डील गेम चेंजर साबित होगी।
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सिंह ने आगे लिखा कि तेजस विमान आगामी सालों में भारतीय वायुसेना के लिए बैकबोन साबित होने जा रहे हैं। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने अपनी सेकंड लाइन मैन्यूफैक्चरिंग सेटअप की शुरुआत नाशिक और बेंगलुरु डिविजन में शुरू कर दी है। ये डील पहले की गई 40 लड़ाकू विमानों की डील से अलग है। ये विमान अगले छह से सात सालों में देश की वायुसेना में शामिल किए जाएंगे। बता दें कि तेजस हवा से हवा में और हवा से जमीन पर मिसाइल दाग सकता है। इसमें एंटीशिप मिसाइल, बम और रॉकेट भी लगाए जा सकते हैं।
बता दें कि तेजस हवा से हवा में और हवा से जमीन पर मिसाइल दाग सकता है। इसमें एंटीशिप मिसाइल, बम और रॉकेट भी लगाए जा सकते हैं। तेजस 42% कार्बन फाइबर, 43% एल्यूमीनियम एलॉय और टाइटेनियम से बनाया गया है। तेजस स्वदेशी चौथी पीढ़ी का टेललेस कंपाउंड डेल्टा विंग विमान है। ये चौथी पीढ़ी के सुपरसोनिक लड़ाकू विमानों के समूह में सबसे हल्का और सबसे छोटा है। हल्के लड़ाकू विमान (LCA) तेजस को भारतीय वायुसेना द्वारा पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान सीमा के करीब तैनात किया गया है।