बालोद : गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए आंगनवाड़ी केंद्र में बांटे फोलिक एसिड व विटामिन की गोलियां

बालोद । कोरोना महामारी के दौरान भी डौंडीलोहारा विकासखंड के गांवों में स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता के कार्यक्रम किए जा रहे हैं साथ ही खासकर शिशु और धात्री माहिलाओं का भी विशेष ख्याल रखा जा रहा है। स्वास्थ्य से जुड़े विभिन्न सरकारी कार्यक्रमों को गति देते हुए अस्पताल के कर्मचारी अपनी पूरी निष्ठा के साथ लोगों की देखभाल कर रहे हैं। इसी क्रम में उप स्वास्थ केंद्र दुधली के अंतर्गत आंगनवाड़ी केंद्र कलकसा में शुक्रवार को गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए आयरन फोलिक एसिड और विटामिन की गोलियों का वितरण किया गया।
इस मौके पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अमृता ठाकुर, सहायिका सरिता ठाकुर और मितानिन सुनीति तिवारी की मौजूदगी में उप स्वास्थ केंद्र दुधली के सीएचओ भूमिका साहू ने बताया कि, यह खुराक पोषण और शक्ति के लिए दी गई है। उन्होंने बताया कि आयरन फोलिक एसिड गर्भवती महिलाओं के लिए और विटामिन बच्चों की सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। फोलिक एसिड भ्रूण में नसों के विकास में मदद करता है।
गर्भावस्था में यदि आयरन डेफिशिएंसी एनीमिया (शरीर में लौह तत्व की कमी) हो तो फोलिक एसिड बहुत जरूरी होता है। जटिलताओं से फोलिक एसिड शिशु में क्लेफ्टलिप और पैलेट के खतरे को कम करता है। इसी तरह विटामिन बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास के लिए फायदेमंद होता है।
इस मौके पर गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरुक भी किया गया। नेशनल फॅमिली एंड हेल्थ सर्वे -4 (2015-16) के अनुसार राजनंदगांव जिले में लगभग 5 वर्ष से कम उम्र के 30 % बच्चों में खून की कमी है और 44.4 % महिलाओं(15-49 वर्ष) में भी खून की कमी है। गर्भवती महिलाओं में यह प्रतिशत 32 है। गर्भवती महिलाओं में खूनकी कमी मात्र मृत्यु का एक कारण है। अनीमिक महिला अक्सर अनिमिक बच्चे को जन्म देती है।