बारिश से आज भी नहीं हुई धान खरीदी, वापस लौटे: किसान

महासमुंद। धान खरीदी के अंतिम दिनों में किसानों की परेशानी बारिश ने बढ़ा दी है। गुरूवार को बारिश के चलते जिले के अधिकांश केन्द्रों में खरीदी प्रभावित रही है। और शुक्रवार को भी खरीदी नहीं हो पाई जिसकी वजह से केन्द्र पहुंचे किसानों को मायूस होकर लौटना पड़ा। इधर, भाजपा नेताओं ने शासन से खरीदी की अवधि बढ़ाए जाने की मांग की है।
मुख्यालय से लगे झालखम्हरिया केन्द्र में धान बेचने के लिए पहुंचे लभरा के किसान चैनसिंह चंद्राकर, जितेन्द्र चंद्राकर, उमरदा के सुरेश चंद्राकर, मोगरा के नंदकुमार साहू और मुड़मार के हरीश चंद्राकर को खरीदी बंद होने से वापस लौटना पड़ा। सोसायटी प्रबंधक भोजराम साहू ने बताया कि फड़ गीला होने से खरीदी करना संभव नहीं है जिससे खरीदी बंद रखी गई है। किसानों ने बताया कि फड़ गीला होने से खरीदी नहीं होना बताकर उन्हें वापस लौटा दिया गया। इसी तरह जिले के कई केन्द्रों में आज धान खरीदी प्रभावित होने से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ा। ज्ञात हो कि खरीदी के लिए करीब 6 दिन ही शेष रह गए हैं। खरीदी बंद होने से किसानों को धान बेचने की चिंता सता रही है। जिले में करीब 15 हजार किसान हैं जो अभी तक धान नहीं बेच पाए हैं।
58 लाख क्विंटल धान खरीदा जा चुका
जिले में अब तक कुल 58 लाख 46 हजार क्विंटल धान खरीदी की जा चुकी है। लक्ष्य पूरा करने शासन को करीब 18 लाख क्विंटल की खरीदने शेष है। खरीदी के लिए केवल 6 दिन शेष है जिसमें 18 लाख क्विंटल की खरीदी होना संभव नहीं है। इधर, खरीदी प्रभावित होने से किसानों के साथ सोसायटी प्रबंधन भी परेशान है। खरीदी के लिए पहुंचे किसानों को वापस भेजने से किसान कर्मचारियों को कोस रहे हैं।
तिथि बढ़ाने भाजपा सौंपेगी ज्ञापन
खरीदी की तिथि बढ़ाने भाजपा किसान मोर्चा ने ज्ञापन सौंपने की तैयारी की है। किसान नेता प्रदीप चंद्राकर और प्रेम चंद्राकर ने बताया कि बारिश और बारदाने के कारण जिले में खरीदी प्रभावित होने से कई किसान धान नहीं बेच पाए हैं। इसे देखते हुए खरीदी की तिथि बढ़ाने को लेकर वे राझ्यपाल के नाम आज शाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपेंगे।
