राम मंदिर से 25 किलोमीटर दूर जमीन पर बवाल

अयोध्या। राम जन्मभूमि, बाबरी मस्जिद मामले के मुस्लिम पत्रकारों ने तोड़ी जा चुकी बाबरी मस्जिद के बदले मस्जिद बनाने के लिए दी गई जमीन को लोकेशन को लेकर नाखुशी जताई है। उनका कहना है कि जमीन नगर केंद्र से बहुत दूर है। उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने बताया था कि राज्य सरकार ने लखनऊ राजमार्ग पर अयोध्या में सोहावल तहसील के धनीपुर गांव में जमीन का आवंटन सुन्नी वक्फ बोर्ड को दिया है। भूमि का टुकड़ा जिला मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर दूर है। मामले के पक्षकार मोहम्मद उमर ने कहा कि जमीन का स्थान प्रमुख जगह नहीं है उन्होंने कहा उच्चतम न्यायालय से निर्देश दिए कि अयोध्या में किसी भी प्रमुख स्थान पर जमीन आवंटित की जानी चाहिए, लेकिन आवंटित भूमि गांव में है।और सड़क से 25 किलोमीटर दूर है इसलिए प्रमुख स्थान नहीं है। मुकदमे के दूसरे पक्षकार हंस बल्ला बादशाह खान ने कहा इस्माइल फारूकी के मामले में1994 में उच्चतम न्यायालय ने स्पष्ट उल्लेख किया था कि मस्जिद और मंदिर से सटे कर की सीमा के अंदर होगी।
